बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर एक विशाल रैली आयोजित की।
लाइटहाउस जर्नलिज्म (Lighthouse Journlism) ने पाया कि एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है। दावा किया गया कि वीडियो में दिख रही भारी भीड़ मायावती की हालिया रैली की है।
जाँच के दौरान, हमें पता चला कि यह वीडियो असंबंधित है और अर्जेंटीना का है। यह लखनऊ में हुई बसपा की रैली का हालिया वीडियो नहीं है।
क्या है दावा?
इंस्टाग्राम यूजर अरुण चौधरी ने यह वीडियो अपने प्रोफाइल पर साझा किया।
अन्य यूजर भी इसी तरह के दावों के साथ यही वीडियो साझा कर रहे हैं।
जाँच पडताल:
हमने वीडियो से प्राप्त मुख्य फ़्रेम (keyframes) पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जाँच शुरू की।
हमें यह वीडियो इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में मिला।
इस पोस्ट में कहा गया था: “मेसी को हेलीकॉप्टर से निकालने पर मजबूर होना पड़ा, क्योंकि 40 लाख से अधिक लोग अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम को देखने के लिए उमड़ पड़े…”
हमें 20 दिसंबर, 2022 को पोस्ट किया गया एक YouTube शॉर्ट वीडियो भी मिला।
वीडियो के डिस्क्रिप्शन में कहा गया था: “अर्जेंटीना की सड़कों पर 40 लाख लोग??”
हमें यह वीडियो फेसबुक पर भी पोस्ट किया हुआ मिला।
एक स्क्रीनशॉट में ‘HOSTEL SOL’ बोर्ड वाली एक इमारत दिखाई दी। हमने उस विशेष की-फ़्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाया और हमें ‘HOSTEL SOL’ का ठीक वैसा ही बोर्ड मिला।
हमें एक वेबसाइट पर इस होटल के बारे में विवरण मिला।
हमें पता चला कि यह इमारत ब्यूनोस आयर्स (अर्जेंटीना) में स्थित है।
हमें इमारत का स्थान भी मिला। स्ट्रीट व्यू (Street View) वीडियो में दिखाए गए दृश्य से बहुत मिलता-जुलता था।
हालाँकि यह वीडियो मायावती की हालिया रैली का नहीं था लेकिन रैली में भारी भीड़ ज़रूर थी।
एएनआई (ANI) के यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध वीडियो में रैली में मौजूद भीड़ को दिखाया गया है।
निष्कर्ष: अर्जेंटीना का वीडियो बसपा की हालिया रैली का बताकर शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।