अंक‍िता देशकर

हाल में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कुछ तस्‍वीरें सोशल मीड‍िया पर खूब साझा हो रही थीं। तस्वीरों में ट्रम्प कुछ अधिकारियों से दूर भागते दिख रहे हैं, या फिर गिरते-पड़ते दिख रहे हैं और कुछ अध‍िकारी उन्‍हें पकड़ कर ले जा रहे हैं। ये तस्वीरें सोशल मीड‍िया पर ऐसे समय वायरल हो रही थीं, जब ट्रम्प ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। तब उन्‍हें गिरफ्तार नहीं क‍िया गया था। लेक‍िन कई लोग इन तस्‍वीरों को सच मान कर शेयर कर रहे थे।

ये तस्‍वीरें पहली नजर में नकली नहीं लगतीं, लेक‍िन जब हमने जांच की तो साब‍ित हो गया क‍ि ये नकली ही हैं। पता चला क‍ि बेलिंगकैट के संस्थापक एलियट हिंगिस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके ये तस्‍वीरें बनाई हैं।

पहले ये जान‍िए कि वायरल हो क्या रहा?

जनसत्‍ता.कॉम को कुछ पोस्ट्स सोशल मीडिया पर वायरल होते नजर आये, जिन्‍हें देख कर ऐसा लगता है क‍ि अफसर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को गिरफ्तार कर ले जा रहे है और ट्रंप अफसरों से बचने के ल‍िए भाग भी रहे हैं।

ट्विटर यूजर @onhppdlum ने ये चित्र साझा करके लिखा, ‘These photos of Donald Trump getting arrested are too much’

@liverpoolroyal ने इन चित्रों को वीड‍ियो फॉरमैट में साझा कर लिखा, ‘Live footage of Donald Trump being arrested!’

कुछ लोगों ने इस तस्वीर को फेसबुर पर भी शेयर किया था।

जांच की तो ये पता चला

हमने देखा क‍ि ट्विटर पर कुछ चित्रों में डिस्क्लेमर भी दिया था।

डिस्क्लेमर में लिखा था, ‘These images were AI generated’. (इन तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर बनाया गया है) इस डिस्क्लेमर में एलियट हिगिंस के ट्वीट का लिंक भी शामिल था।

ट्वीट में लिखा था, ‘Making pictures of Trump getting arrested while waiting for Trump’s arrest.’ (ट्रंप की गिरफ्तारी का इंतजार करते हुए ट्रंप के गिरफ्तार होने की तस्वीरें बना रहे हैं)

एलियट हिगिंस बेलिंगकैट के संस्थापक और क्र‍िएट‍िव डायरेक्‍टर के साथ-साथ बेलिंगकैट प्रोडक्शन के निदेशक भी हैं। इस ट्विटर थ्रेड में उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की एआई द्वारा बनाई गई तस्वीरों को सोशल मीडिया यूजर्स तक पहुंचाया।

इस थ्रेड से हमें यह भी पता चला क‍ि ये चित्र आर्टिफिशियल इंटेलिजंस प्रोग्राम ‘मिडजर्नी’ का उपयोग करके बनाए गए थे। मिडजर्नी ‘प्रॉम्प्ट्स’ से तस्‍वीरें बनाता है और टेक्स्ट को भी इमेज में बदल सकता है।

थ्रेड से यह भी पता चला कि एलियट हिगिंस को 22 मार्च को मिडजर्नी ने बैन भी कर द‍िया था।

https://wegotthiscovered.com/social-media/eliot-higgins-banned-from-ai-program-midjourney-for-viral-trump-deepfake-images/

अब हमने यह जानने की सोची क‍ि आख‍िर ह‍िंगिंस ने ऐसा क्‍यों क‍िया? इसके ल‍िए उनसे ही संपर्क क‍िया। हमने ईमेल के माध्यम से इलियट हिगिंस से संपर्क किया और पूछा कि ट्रम्प की ये तस्वीरें कैसे बनाई गईं और उनके पीछे क्या विचार था?

हिगिंस ने कहा, “मैंने यह तस्वीर इसलिए पोस्ट की क्योंकि मिडजर्नी नया ऍप्लिकेशन है, मैं इस एप्लिकेशन को आजमा रहा था और लोगों को दिखाना चाहता था कि काल्पनिक दृश्य और उस तरह की तस्वीरें बनाना कितना आसान है। मैंने कई और चीजें भी बनाईं। यह सब मेरे लिए बहुत कुछ स‍िखाने वाला था।”

यह पूछे जाने पर कि आम लोगों को एआई जेनरेटेड तस्वीरों की पहचान कैसे करनी चाहिए, हिगिंस ने कहा, “आम तौर पर आपको तस्वीर में अतिरिक्त अंगों या उंगलियों वाले लोगों पर ध्यान देना चाहिए। अक्‍सर टेक्स्ट बेतुका म‍िलेगा। लोगो और बैज अक्सर गड़बड़ होते हैं। आप देखेंगे कि वे सभी थोड़े अलग हैं। आप कपड़ों को एक-दूसरे में मिलते हुए या अजीब बनावट के साथ भी देख सकते हैं।”

निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रम्प के ‘मिडजर्नी’ का उपयोग करके बनाये गए डीपफेक्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है। ज‍िन तस्वीरों को देख कर ऐसा लगता है क‍ि ट्रम्प को गिरफ्तार क‍िया जा रहा है और वह बचने के ल‍िए भाग रहे हैं, वे असल में एलियट हिगिंस ने एआई का इस्‍तेमाल कर बनाई हैं।