लोकसभा चुनाव 2024 पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में ज्यादा रोमांचक होने वाला है। इसकी वजह यह है कि कुल 543 में से लगभग आधी सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला होने जा रहा है। इस चुनाव में कोई ‘तीसरा मोर्चा’ जैसा गठबंधन नहीं है। दो मुख्य गठबंधन मैदान में हैं। एक तो NDA और दूसरा INDIA। इन दोनों गठबंधनों में 80 पार्टियां शामिल हैं। 45 प्रतिशत (244) सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला चुनाव को रोचक बना रहा है।
उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को लें। इन तीन राज्यों से करीब एक चौथाई (144) सदस्य चुने जाते हैं। 2019 में यहां द्विपक्षीय मुकाबला था, लेकिन इस बार स्थिति अलग हो सकती है।
यूपी में कांग्रेस को पिछले लोकसभा चुनाव में महज 6.3% वोट
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बसपा और आरएलडी ने एनडीए के खिलाफ 2019 में गठबंधन बनाया था। कांग्रेस तब विपक्षी गठबंधन का हिस्सा नहीं थी। यूपी में कांग्रेस को पिछले लोकसभा चुनाव में महज 6.3% वोट हासिल हुए थे। वहीं, 2024 में बसपा किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं है और यूपी की 80 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है। आरएलडी अब एनडीए के साथ गठबंधन में है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक तीसरे मोर्चे का भी जन्म हो रहा है जहां असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम और पल्लवी पटेल की पार्टी (अपना दल-के) चुनावी मैदान में साथ आ रही हैं। अपना दल-के ने हाल ही में INDIA गठबंधन से किनारा किया है।
तमिलनाडु की बात करें तो 2019 के चुनावों में AIADMK के साथ गठबंधन में बीजेपी ने 39 में से 5 सीटों पर चुनाव लड़ा था। वहीं, डीएमके के नेतृत्व में कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के गठबंधन ने चुनाव में भारी जीत दर्ज की थी। हालांकि, 2024 के चुनाव में बीजेपी, पीएमके और कुछ अन्य पार्टियों को साथ लेकर मैदान में उतरी है।
दक्षिण के राज्यों में चुनावी मुक़ाबला
आंध्र प्रदेश की बात करें तो बीजेपी ने टीडीपी और जन सेना पार्टी के साथ हाथ मिलाया है। वहीं, वाईएस शर्मिला रेड्डी के नेतृत्व में कांग्रेस अपना प्रदर्शन सुधारने की कोशिश में रहेगी। पिछले चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और टीडीपी के बीच मुख्य मुक़ाबला था, जहां YSRCP ने जीत दर्ज की थी।
तेलंगाना में 2019 में बीजेपी तीसरे मोर्चे के रूप में सामने आई थी जहां उसने 4 सीटों पर जीत हासिल की। केरल की बात करें तो पिछले चुनाव में एनडीए एक भी सीट नहीं जीत पायी थी। हालांकि, उसने अपने वोट प्रतिशत में सुधार (15.64 प्रतिशत) किया था। इस बार भी पार्टी को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।

कर्नाटक की बात करें तो वहां पिछले चुनाव की तरह ही इस बार भी मुकाबला दो पार्टियों के बीच है। 2019 के चुनाव में जहां जनता दल (सेक्युलर) कांग्रेस की साथ थी इस बार वह बीजेपी के साथ गठबंधन में है। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छतीसगढ़ और राजस्थान में भी मुख्य मुकाबला दो दलों के बीच है। ऐसा ही कुछ उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, बिहार और झारखंड में भी है।
लोकसभा चुनाव 2024 का शेड्यूल
चरण | तारीख |
पहला | 19 अप्रैल |
दूसरा | 26 अप्रैल |
तीसरा | 7 मई |
चौथा | 13 मई |
पांचवा | 20 मई |
छठा | 25 मई |
सातवां | 1 जून |
सातों चरणों के मतदान के नतीजे एकसाथ 4 जून 2024 को आएंगे। लोकसभा चुनाव के साथ ही चार राज्यों ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा के चुनाव भी होंगे।