चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के प्रेसिडेंट और सीनियर एडवोकेट विकास सिंह (Advocate Vikas Singh) को कड़ी फटकार लगाई। CJI चंद्रचूड़ ने एडवोकेट विकास सिंह को कोर्ट से बाहर जाने तक को कह दिया। बाद में सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) और एनके कौल ( NK Kaul) बार की तरफ से चीफ जस्टिस से माफी मांगी।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, एडवोकेट विकास सिंह, वकीलों के चेंबर ब्लॉक के लिए जमीन आवंटन वाली याचिका को लिस्ट करने की मांग लेकर कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने दलील दी कि यह मसला है पिछले 6 बार से लिस्ट नहीं हुआ है। इसपर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि याचिका सामान्य क्रम में सूचिबद्ध होगी और उन्होंने विकास सिंह को फ्री टाइम में आने को कहा।

चीफ जस्टिस की इस बात पर विकास सिंह (Advocate Vikas Singh) ने कहा कि वह इस मामले को जजों के घर तक नहीं ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें आपके (सीजेआई चंद्रचूड़) घर तक आना पड़ेगा। इसी बात पर चीफ जस्टिस का पारा चढ़ गया और उन्होंने तेज आवाज में विकास सिंह को कोर्ट से बाहर जाने को कह दिया। सीजेआई ने कहा कि मैं बार मेंबर्स को इस तरीके से अपना अपमान करने की इजाजत नहीं दे सकता हूं।

विकास सिंह बोले- बार को हल्के में नहीं ले सकते

‘लाइव लॉ’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीफ जस्टिस ने सवाल कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष का यह कैसा व्यवहार है? आप हमसे कह रहे हैं कि जो जमीन सुप्रीम कोर्ट को आवंटित हुई है, उसे बार को दे दें। मैंने अपना फैसला कर लिया है… 17 मार्च को इस मामले को लिस्ट करेंगे। चीफ जस्टिस की इस बात पर विकास सिंह ने दलील दी कि बार भले ही कुछ न करता हो लेकिन उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। सिंह ने कहा, ‘मुझे बुरा लग रहा है… 20 साल से वकील चेंबर के लिए इंतजार कर रहे हैं…’।

सीजेआई ने कहा- ऐसा करने को बाध्य न करें जो आपको पसंद न आए

इस पर मुख्य न्यायाधीश (CJI DY Chandrachud) ने कहा, ‘मिस्टर सिंह, मैं देश का चीफ जस्टिस हूं और बेंच में भी बहुत लंबे वक्त से हूं। मैंने कभी भी बार मेंबर्स को इस तरह अपना अपमान करने की इजाजत नहीं दी और अपने करियर के आखिरी 2 सालों में भी ऐसा नहीं होने दूंगा। आपके साथ भी सामान याचिकाकर्ता जैसा ही व्यवहार किया जाएगा। कृपया मुझे ऐसा कुछ करने के लिए बाध्य ना करें, जो आपको पसंद ना आए।

जस्टिस नरसिम्हा ने किया हस्तक्षेप

सीजेआई चंद्रचूड़ और एडवोकेट विकास सिंह (Advocate Vikas Singh) की तीखी बातचीत के बीच बेंच में मौजूद जस्टिस पी एस नरसिम्हा ने हस्तक्षेप किया और कहा कि इस मामले को यहीं खत्म करें। इसी बीच सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने पूरे मामले पर विकास सिंह की तरफ से जस्टिस चंद्रचूड़ से माफी मांगी। सिब्बल ने कहा कि सुबह जो कुछ भी हुआ, मैं उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं। मुझे महसूस हो रहा है कि बार को इस तरीके से अपनी सीमा नहीं लांघनी चाहिए और डेकोरम मेंटेन करना चाहिए।

कपिल सिब्बल बोले- सॉरी, मीलॉर्ड!

कपिल सिब्बल की माफी पर जस्टिस नरसिम्हा ने कहा कि आप को समझना चाहिए कि हम हर दिन 70 से ज्यादा मामलों की मेंशनिंग करते हैं। इस पर सीजेआई ने कहा, ‘और मेंशनिंग के बाद हर दिन शाम को डेट देते हैं…’। इसपर सिब्बल ने कहा- ‘ Yes my lord, मैं माफी मांगता हूं’।