हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा कर रही बीजेपी जनता और आम लोगों के विरोध की वजह से मुश्किल में फंसती दिख रही है। कांग्रेस ने जहां हरियाणा की जनता के लिए सात गारंटियां लागू करने का वादा किया तो बीजेपी ने अपने 20 संकल्प जारी किए हैं। इसके तहत पार्टी की ओर से तमाम बड़े ऐलान किए गए हैं लेकिन जिस तरह बीजेपी नेताओं और उम्मीदवारों के विरोध के वीडियो सामने आ रहे हैं, उससे यही सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या पार्टी हरियाणा की सत्ता में वापसी कर पाएगी? जबकि चुनाव जीतने के लिए पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित तमाम बड़े सियासी सूरमाओं को रण में उतार दिया है।

विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवारों को न सिर्फ किसानों की ओर से बल्कि आम जनता की ओर से भी कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है। अहीरवाल की नांगल चौधरी सीट से चुनाव लड़ रहे अभय सिंह यादव को एक सभा के दौरान बेहद खराब अनुभव से गुजरना पड़ा। सभा के दौरान ही एक युवक ने माइक हाथ में लेकर उनसे सवाल पूछने शुरू कर दिए।

इससे वहां हंगामे के हालात बन गए और बीजेपी नेताओं ने युवक को सभा से बाहर कर दिया। लेकिन युवक तब तक अभय सिंह यादव से तीखे सवाल कर चुका था।

इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। याद दिलाना होगा कि इसके अलावा भी हरियाणा में कई जगहों पर बीजेपी के उम्मीदवारों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

सभा के दौरान क्या हुआ?

बीजेपी उम्मीदवार और सैनी सरकार में मंत्री रहे अभय सिंह यादव पार्टी नेताओं के साथ अपने हलके के गांवों में प्रचार कर रहे थे। कोरियावास गांव में पहुंचने पर सभा के दौरान एक युवक ने माइक हाथ में ले लिया और उनसे सवाल पूछा कि बीजेपी के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कांग्रेस को भर्ती रोको गैंग बताते हैं जबकि केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है, फिर भी अगर आप भर्ती नहीं करवा सकते तो आपको वोट देने का क्या मतलब है? युवक के बयान पर वहां मौजूद लोगों ने जोरदार तालियां बजाई।

युवक ने सवाल उठाया कि आपने महेंद्रगढ़ में क्या विकास किया। 10 साल पहले महेंद्रगढ़ जहां था वहीं आज भी है। युवक ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा की नौकरियों में ओबीसी वालों का कोटा खत्म कर दिया। इस दौरान अभय सिंह यादव कुछ देर तक युवक की बातों को सुनते रहे लेकिन उनके समर्थकों ने नाराजगी जताते हुए युवक से माइक ले लिया और उसे सभा से बाहर कर दिया।

सीनियर नेता हैं अभय सिंह यादव

अभय सिंह यादव को दक्षिण हरियाणा यानी अहीरवाल के वरिष्ठ नेताओं में गिना जाता है। वह आईएएस अफसर थे और नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे। 2014 में उन्होंने पहली बार नांगल चौधरी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2019 में वह फिर से इसी सीट से चुनाव जीते। उन्हें सैनी सरकार में मंत्री भी बनाया गया था। अभय सिंह यादव का अहीरवाल के दिग्गज नेता गुरुग्राम के सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साथ 36 का आंकड़ा माना जाता है। बावजूद इसके अभय सिंह यादव इस बार भी नांगल चौधरी से टिकट हासिल करने में कामयाब रहे।

कड़े मुकाबले में फंसे हैं अभय

नांगल चौधरी सीट पर इस बार मुकाबला बेहद कड़ा है। 2019 के विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे चौधरी मूलाराम की पत्नी मंजू चौधरी को कांग्रेस ने टिकट दिया है। नांगल चौधरी में अहीर जाति के 41000 मतदाता हैं जबकि गुर्जर मतदाताओं की संख्या 32000 है। मंजू चौधरी गुर्जर जाति से आती हैं।

2014 में मंजू चौधरी बेहद करीबी मुकाबले में चुनाव हारी थीं। इस तरह नांगल चौधरी में इस बार अभय सिंह यादव के लिए चुनावी लड़ाई कठिन मानी जा रही है।

विरोध के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

उकलाना से चुनाव लड़ रहे अनूप धानक के पुरजोर विरोध का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो चुका है। इसी तरह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के गृह क्षेत्र नारायणगढ़ से भी एक वीडियो सामने आया था, जहां बीजेपी के उम्मीदवार पवन सैनी का किसान संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था।

हिसार के आदमपुर से भी ऐसा ही एक वीडियो सामने आया था जब पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई एक गांव में वोट मांगने पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों ने उनके खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के भी एक कार्यक्रम में किसान जोरदार नारेबाजी और विरोध कर चुके हैं। हालात ऐसे बन गए थे कि अनिल विज को कार्यक्रम बीच में छोड़कर जाना पड़ा था।

विरोध के ये वीडियो सोशल मीडिया पर जोरदार ढंग से वायरल हो रहे हैं और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी इन सोशल मीडिया को वायरल कर रहे हैं। चुनाव प्रचार में इन वायरल वीडियो की भी अहम भूमिका है।

लोकसभा चुनाव के दौरान भी हुआ था विरोध, सीटें घटी

लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी कई जगहों पर किसानों ने बीजेपी उम्मीदवारों का विरोध किया था और चुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए खराब रहे थे। 2019 में सभी लोकसभा सीटें जीतने वाली बीजेपी इस बार राज्य में 5 सीट ही जीत पाई थी। इसके अलावा कई जगहों पर बीजेपी में बगावत भी हुई है और कई नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। ऐसे में बीजेपी सत्ता में वापसी कर पाएगी या नहीं, यह सवाल हरियाणा की राजनीति में पूछा जा रहा है।