तमाम आलोचनाओं के बीच एनिमल फिल्म धुंआधार कमाई कर रही है। संदीप रेड्डी वांगा के निर्देशन में बनी एनिमल में रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना और अनिल कपूर मुख्य भूमिका में हैं। तृप्ति डिमरी ने एक छोटी लेकिन अहम भूमिका निभाई है। उनके किरदार का नाम ज़ोया है। हाल में दिए एक इंटरव्यू में तृप्ति ने बताया है कि उन्होंने फिल्म में रणबीर के साथ इंटीमेट सीन कैसे शूट किया।
ई टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में तृप्ति ने खुलासा किया था कि कैसे एनिमल के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने इंटीमेट सीन को फिल्माने के लिए सेट बंद कर दिया था। वांगा और सिनेमैटोग्राफर के साथ सेट पर केवल वह और रणबीर ही थे। इतना ही नहीं निर्देशक हर पांच मिनट पर उनसे कुछ सवाल भी पूछ रहे थे।
तृप्ति बताती हैं, “हर पांच मिनट में वे (निर्देशक) मुझसे पूछ रहे थे- ‘क्या तुम ठीक हो? क्या आपको कुछ चाहिए?” तृप्ति ने यह भी बताया कि उस सीन को शूट करने में उन्हें असहज महसूस नहीं हुआ था क्योंकि उनका पूरा ख्याल रखा जा रहा था।
बुलबुल के रेप सीन का किस्सा
तृप्ति डिमरी ने 2017 में श्रेयस तलपड़े और सनी देओल के साथ फिल्म पोस्टर बॉयज़ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने अपने अगले प्रोजेक्ट के लिए एक साल तक इंतजार किया, तब जाकर उन्हें इम्तियाज अली के भाई साजिद अली द्वारा निर्देशित लैला मजनू मिली। इस फिल्म और उनकी भूमिका को समीक्षकों ने काफी सराहा, लेकिन लैला मजनू ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।
हालांकि इसे उन्होंने अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। उम्मीदें बरकरार रखीं। उन्हें बुलबुल नामक पीरियड हॉरर फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने के लिए संपर्क किया गया। इस फिल्म में तृप्ति का अनुभवी अभिनेता राहुल बोस के साथ एक रेप सीन था, जिसे खुद तृप्ती एनिमल के इंटीमेट सीन से अधिक चुनौतीपूर्ण मानती हैं। वह बताती हैं, “बुलबुल का जो रेप सीन था, उसकी तैयारी करना अधिक चुनौतीपूर्ण था। एनिमल का अंतरंग दृश्य, बुलबुल के दृश्य की तुलना में कुछ भी नहीं था।”
फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में तृप्ति ने खुलासा किया था कि शुरू में वह राहुल बोस से डरती थीं। यह कुछ ऐसा था जो उन्होंने पहले नहीं किया था और इसलिए स्वाभाविक रूप से घबराई हुई थीं। बोस उनके साथ बैठे और उनके दृश्यों को टुकड़ों में बांट दिया और उनसे कहा कि जब भी वह असहज महसूस करेगी तो वे रुक जाएंगे।
वह जोर देकर कहती हैं, “वह मेरे पास आए और कहा कि मैं एक अभिनेता के रूप में सब कुछ करने जा रहा हूं, लेकिन अगर आप कभी भी असहज महसूस करें तो मुझे बताएं। हर शॉट के बाद, वह मेरे पास आकर बैठते थे और मुझे अपने बचपन की कहानियां सुनाते थे। वह ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए करते थे कि मैं सहज रहूं। उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ था…।”
क्या तृप्ति हमेशा से फिल्मों में आना चाहती थीं?
तृप्ति डिमरी ने फिल्मीबीट को दिए इंटरव्यू में इस सवाल का जवाब दिया है। वह कहती हैं, “मैं पढ़ाई में कभी अच्छी नहीं थी। इसलिए मुझे पता था कि मुझे कुछ और करना होगा, लेकिन यह नहीं पता था कि क्या करना है। धीरे-धीरे मेरे लिए रास्ता खुद-ब-खुद साफ हो गया। मेरे भाई का एक दोस्त है जो एक फोटोग्राफर है। उन्होंने एक दिन यूं ही कहा कि चलो एक टेस्ट शूट करते हैं। हमने वो किया। उन्होंने ही मेरी तस्वीरें कहीं भेजी थीं। फिर वहां से मुझे प्रिंट शूट मिलने लगे। वहां से उन्होंने तस्वीरें कहीं और भेज दीं। फिर ऑडिशन के लिए कॉल आने लगीं। तो इस तरह इसकी शुरुआत हुई। धीरे-धीरे मुझे एक्टिंग से प्यार हो गया और तब मुझे एहसास हुआ कि मैं यही करना चाहती थी।”