अमेरिका और रूस के प्रतिनिधियों के बीच यूक्रेन युद्ध समाप्त करने पर रियाद में हुई बैठक के कुछ ही घंटों बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने स्पष्ट कर दिया कि कीव की भागीदारी के बिना किसी भी शांति प्रक्रिया को स्वीकार नहीं किया जाएगा। जेलेंस्की ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “यूक्रेन के बारे में फिर से बातचीत हो रही है, लेकिन यूक्रेन के बिना।”

न्यायसंगत शांति के लिए बातचीत में सबकी भागीदारी हो

अंकारा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जेलेंस्की ने कहा कि न्यायसंगत शांति लाने के लिए अमेरिका, यूरोप और यूक्रेन की एकजुट भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसमें यूरोपीय संघ, तुर्की और यूके को भी शामिल होना चाहिए, क्योंकि यह पूरे क्षेत्र के भविष्य का सवाल है।

इससे पहले, रूस और अमेरिका के शीर्ष राजनयिकों ने सऊदी अरब में मुलाकात की थी। बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शामिल थे। इस बैठक का उद्देश्य यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए एक संवाद स्थापित करना और दोनों देशों के बीच बिगड़े संबंधों को सुधारना था। हालांकि, इस बैठक में कोई भी यूक्रेनी अधिकारी मौजूद नहीं था।

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जेलेंस्की ने अपनी सऊदी अरब यात्रा को भी स्थगित कर दिया है, जिसे पहले बुधवार के लिए तय किया गया था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन शांति वार्ता में लिए गए किसी भी निर्णय को तब तक स्वीकार नहीं करेगा जब तक कीव को इसमें शामिल नहीं किया जाता। जेलेंस्की ने इस बैठक को लेकर अमेरिका की मंशा पर भी सवाल उठाए और कहा कि “अमेरिका पुतिन को खुश करने के लिए जल्दी समझौता करना चाहता है, लेकिन सिर्फ युद्ध विराम जीत नहीं है।”

यूरोपीय सहयोगियों ने भी इस बैठक को लेकर चिंता जताई है। कई देशों को आशंका है कि अमेरिका और रूस के बीच हो रही बातचीत में उन्हें भी दरकिनार किया जा रहा है। बैठक के बाद दिए गए एक साक्षात्कार में अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने बताया कि दोनों पक्ष वाशिंगटन और मॉस्को में अपने-अपने दूतावासों में कर्मचारियों की बहाली पर सहमत हो गए हैं, ताकि शांति वार्ता और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती दी जा सके।

बैठक का एक और उद्देश्य ट्रंप और पुतिन के बीच संभावित बैठक के लिए मार्ग प्रशस्त करना था। जेलेंस्की ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यूक्रेन के भविष्य का फैसला उसके बिना नहीं किया जा सकता। यह बातचीत लगभग तीन साल से चल रहे युद्ध के नए मोड़ की ओर इशारा करती है।