पंजाब नेशनल बैंक का हजारों करोड़ लेकर देश से भाग चुके कारोबारी नीरव मोदी के बाद एक और ‘मोदी’ ने भारत का नाम बदनाम कर दिया है। विश्व बैंक ने कुछ भारतीय कंपनियों और लोगों के लिए ‘नो एंट्री’ का बोर्ड लगा दिया है। जिनमें से एक जय मोदी है। वर्ल्ड बैंक ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ल्ड बैंक ने भारत की ऑलिव हेल्थ केयर और जय मोदी पर जालसाजी करने के तरीके अपनाने के लिए रोक लगा दी है। प्रतिबंधित कंपनियों की सूची में भारत की एंजेलिक इंटरनेशनल लिमिटेड, फैमिली केयर, मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, आरकेडी कंस्ट्रक्सन लिमिटेड शामिल हैं।
ऑलिव हेल्थ कंपनी बांग्लादेश में वर्ल्ड बैंक के एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी। खबरों के अनुसार ऑलिव हेल्थ पर 10 साल 6 महीने और जय मोदी पर 7 साल 6 महीने के लिए रोक लगी है।
पीटीआई के अनुसार, भारत-आधारित एंजेलिक इंटरनेशनल लिमिटेड पर चार साल छह माह के लिए रोक लगाई गयी है। यह कंपनी नेपाल और इथियोपिया में काम कर रही थी। इस सूची में भारतीय कंपनी फैमिली केयर पर भी शामिल है। इस पर चार साल के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
फैमिली केयर अर्जेंटीना और बांग्लादेश में कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही थी। भारतीय कंपनी मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड पर पर दो साल के लिए रोक लग गई है। मधुकॉन भारत में वर्ल्ड बैंक के प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी। आरकेडी कंस्ट्रक्सन लिमिटेड पर डेढ़ साल के लिए रोक लगा दी गई है।
भारत की कुछ अन्य कंपनियों पर एक साल से कम की रोक लगाई है। कुछ कंपनियों पर शर्तों आधारित रोक है। अगर ऐसी कंपनियां वर्ल्ड बैंक की शर्तें पूरा कर पाती हैं तो फिर से वर्ल्ड बैंक के प्रोजेक्ट्स पर काम कर पाएंगी।

