पाकिस्तान की सियासत में लगातार बवाल जारी है। जहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मौजूदा सरकार पर हमलावर हैं वहीं शाहबाज सरकार भी उन्हें नए-नए झटके दे रही है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार (24 मई) को कहा कि सरकार इमरान खान की पार्टी पर बैन लगाने की तैयारी कर रही है। उन्होने कहा, “स्टेट पर हमले के लिए पाकिस्तान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है”
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के केंद्रीय मीडिया सचिव ने कहा है कि इमरान खान आज शाम 7 बजे देश को संबोधित करेंगे
क्या बोले रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ
पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रही है। रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर देश की नींव पर हमला करने का आरोप लगाया और कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
इमरान खान की गिरफ्तारी पर हुए थे हमले
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की इस महीने की शुरुआत में हुई गिरफ़्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर जैसे शहर इन प्रदर्शनो के प्रमुख केंद्र थे। सेना के कई ठिकानों पर तोड़फोड़ की गई थी. कई समर्थक और पार्टी के कई नेताओं को हिरासत में लिया गया था। हिंसा पर इमरान ख़ान की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी और उन्होंने इसके स्वतंत्र जांच की मांग की थी. इसके बाद इमरान ख़ान की पार्टी के कई नेताओं से पार्टी छोड़ने का एलान किया है।
नहीं लगाया जा सकता बैन
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सीनेटर बैरिस्टर अली जफर ने कहा है कि अगर पीटीआई पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है तो भी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इसे “अशक्त और शून्य” घोषित करने की संभावना है क्योंकि एक राजनीतिक दल पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट के बाहर मीडिया से बात करते हुए जफर ने 1960 के दशक में जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध का जिक्र किया, जिसे पाकिस्तान के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एल्विन रॉबर्ट कॉर्नेलियस ने नकार दिया था।