चीन के एक वरिष्ठ डिप्लोमेट लियू जियानचाओ (Liu Jianchao) को अधिकारियों ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पिछले महीने जुलाई में वे एक विदेशी दौरे के बाद बीजिंग वापस लौटे थे। अब उनसे पूछताछ होना इसलिए मायने रखता है क्योंकि राजनीतिक गलियारों में उन्हें चीन का अगला विदेश मंत्री माना जा रहा था।

लियू पर हुए एक्शन पर क्या बोली चीनी सरकार?

वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई के आखिर में चीनी राजनयिक को सवाल जवाब के लिए हिरासत में लिया गया था। इस खबर की पुष्टि करने के लिए जब रॉयटर्स ने चीनी सरकार से संपर्क साधा तो सामने से कोई जवाब नहीं मिला।

कौन हैं लियू जियानचाओ?

जानकारी के लिए बता दें कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में लियू जियानचाओ की एक अहम भूमिका रही है। दूसरे देशों की जो राजनीतिक पार्टियों होती हैं, उनके साथ बेहतर रिश्ते बनाने का काम वे लंबे समय से कर रहे हैं। 2022 में उन्हें यह जिम्मेदारी सौंप गई थी। उसके बाद से अब तक उन्होंने 20 अलग-अलग देशों का दौरा किया है।

जिनपिंग को टक्कर देने वालों का हो जाता करियर खत्म

अब चीन के इस डिप्लोमेट को लेकर इतनी चर्चा इसलिए है क्योंकि कुछ समय पहले ही अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकिंग से उनकी एक अहम मुलाकात हुई थी। उसके बाद से ही अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि चीन के अगले विदेश मंत्री भी वे हो सकते हैं। लेकिन ऐसा होता उससे पहले ही उन्हें हिरासत में लिया गया है। अब चीन में इस तरह का घटनाक्रम ज्यादा हैरान नहीं करता है, वहां पर क्योंकि लोकतंत्र नहीं है और विरोधी ताकतों को भी आवाज उठाने का मौका नहीं मिलता, ऐसे में इस प्रकार के एक्शन होते रहते हैं। 2023 में शी जिनपिंग के करीबी माने जाने वाले किन गैंग को भी ऐसे ही विदेश मंत्री के पद से हटा दिया गया था, उन्हें लेकर विवाहेतर संबंध की अफवाहें फैल गई थीं।

वैसे यह जिम्मेदारी संभालने से पहले लियू जियानचाओ ब्रिटेन में चीन के मिशन में और बाद में इंडोनेशिया और फिलीपींस में राजदूत के रूप में काम कर चुके हैं।

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