रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने बड़ा फैसला लिया है। उनके फैसले से अब दुनिया पर परमाणु हमले का खतरा मंडराने लगा है। व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि रूस ने बेलारूस में परमाणु हथियारों का अपना पहला बैच भेजा है। उन्होंने कहा कि बाकी परमाणु हथियार गर्मियों के अंत तक डिलीवर हो जाएंगे।
यूक्रेन की सीमा से लगे देश बेलारूस में परमाणु हथियार भेजने की योजना के साथ रूस आगे बढ़ रहा है। वहीं युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के बारे में एक सवाल के जवाब में व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यह उन सभी लोगों को एक संदेश है जो रूस और उसकी रणनीतिक हार के बारे में सोचते हैं।”
बता दें कि इसी हफ्ते बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने दावा किया था कि उनके देश में रूस से खतरनाक बम और मिसाइल आये हैं। अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने रूस और बेलारूस की सरकारी मीडिया से कहा कि हमारे पास मिसाइल और बम हैं, जो हमें रूस से प्राप्त हुए हैं। जो परमाणु बम हिरोशिमा और नागासाकी (Hiroshima and Nagasaki) पर गिराए गए थे, उनकी तुलना में रूस से आए हथियार तीन गुना अधिक शक्तिशाली हैं।
यूक्रेन की सेना द्वारा रूस के खिलाफ बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई शुरू करने के एक सप्ताह बाद रूस ने बेलारूस में हथियारों को भेजा है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा कि हथियार केवल सुरक्षा का काम करेंगे।
अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम इन हथियारों का इस्तेमाल करने से हिचकिचाएंगे नहीं। उन्होंने कहा कि हथियारों के इस्तेमाल की मंजूरी के लिए मुझे सिर्फ पुतिन को फोन करने की जरूरत होगी। हालांकि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ये साफ कर चुके हैं कि हथियार भले ही बेलारूस में हों, लेकिन इन पर कब्जा रूस का ही रहेगा। उन्होंने कहा कि रूस की एटॉमिक एजेंसी ही हथियारों को देखरेख करेगी।
रूस के परमाणु हथियारों को बेलारूस के बॉर्डर पर तैनात किया जायेगा। बता दें कि बेलारूस का बॉर्डर 3 नाटो देशों से लगता है, जिसमे लिथुआनिया, लातविया और पोलैंड शामिल है। इस साल मार्च महीने में ही रूस ने बेलारूस में परमाणु हथियार भेजने की बात कही थी।