Bangladesh News: पिछले साल बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ छात्रों ने इतना उग्र प्रदर्शन किया था, कि उन्हें पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा था। इसके बाद मुल्क की कमान अंतरिम सरकार के मुखिया के तौर पर मोहम्मद यूनुस संभाल रहे हैं। इस बीच अब छात्र नेता नाहिद इस्लाम ने अपनी नई पार्टी बना ली है, जिसके बाद उनकी काफी चर्चा होने लगी है।

भले ही शेख हसीना ने सत्ता छोड़ दी हो लेकिन उसके बावजूद बांग्लादेश में हिंसा और अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार एक मूवमेंट चलता ही रहा। शेख हसीना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने से लेकर मोहम्मद यूनुस को सत्ता तक पहुंचाने में छात्र नेता नाहिद हसन की अहम भूमिका थी, जो कि पूरे छात्र मूवमेंट को लीड कर रहे थे।

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कौन है नाहिद इस्लाम?

दरअसल, नाहिद इस्लाम स्टूडेंट लीडर हैं, और वे ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिसक्रीमिनेशन’ नामक संगठन के को-ऑर्डिनेटर थे। नाहिद पहली बार चर्चा में तब आए थे, जब वे छात्रों के विरोध प्रदर्शनों का चेहरा बनकर उभरे थे। वे मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार में कैबिनेट के सदस्य भी थे लेकिन बीते मंगलवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था, और अब उन्होंने अपनी नई पार्टी बना ली है।

आंदोलन से राजनीतिक पार्टी बनाने तक का सफर

बता दें कि नाहिद इस्लाम की उम्र 27 साल है। नाहिद इस्लाम ने ढाका में संसद के करीब माणिक मिया एवेन्यू में एक नई पार्टी की घोषणा की। उन्होंने इस पार्टी का नाम जतीया नागरिक पार्टी या नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) रखा है, यानी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिसक्रीमिनेशन’ नाम का संगठन, जो अभी तक विरोध प्रदर्शन कर रहा था, वह अब राजनीतिक पार्टी में तब्दील हो गया है।

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नाहिद इस्लाम की बात करें तो वे ढाका विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के छात्र नाहिद इस्लाम 26 वर्ष की उम्र में शेख हसीना के खिलाफ आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के चेहरे के रूप में पॉपुलर हुए थे। दो साल बाद उन्होंने विश्वविद्यालय चुनावों में भाग लिया और बाद में अपने साथियों के साथ मिलकर ढाका विश्वविद्यालय में डेमोक्रेटिक स्टूडेंट फोर्स नामक एक छात्र संगठन का गठन किया था।

भारत के खिलाफ उगला जहर

नाहिद ने पार्टी बनाने के बाद से भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है। नाहिद ने मंच से लोगों को संबोधन करते हुए कहा था कि इस देश में भारत और पाकिस्तान के समर्थन वाली राजनीति के लिए जगह नहीं है। पार्टी का लक्ष्य बांग्लादेश का पुनर्निर्माण करना है। दूसरी ओर नाहिद और उनकी इस पार्टी पर पूर्व प्रधानंमत्री शेख हसीना के बेटे साजिद वाजेद का गुस्सा फूट पड़ा है। साजिद ने इस पार्टी को आतंकवादी संगठन करार दिया है।

शेख हसीना के बेटे ने साजिद ने कहा कि जिन लोगों ने अलोकतांत्रित तरीके से सत्ता हथियाई है वही आज लोकतंत्र की बात कर रहे हैं, नई पार्टी बना रहे हैं। ये आतंकवादियों का एक संगठन है। उन्होंने कहा कि वे बांग्लादेश के पुनर्निर्माण की बात कर रहे हैं। लेकिन ये वो सारे काम कर रहे हैं जो अतीत में फासीवादी तानाशाहों ने किया था। भारत के खिलाफ बांग्लादेश में लगातार विरोध हो रहा है, इस बीच वहां इतिहास में भी बदलाव किया गया है, जिससे संबंधित खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करें।