Vladimir Putin: एकतरफा अंदाज में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश के लिए प्रधानमंत्री की नियुक्ति कर दी है। पुतिन ने एक बार फिर मिखाइल मिशुस्तिन को ही देश का प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। रूसी राष्ट्रपति ने उनके नाम को मंजूरी के लिए संसद के निचले सदन के पास भेजा है।

रूसी कानून के अनुसार 58 वर्षीय मिशुस्तिन ने मंगलवार को उस वक्त अपने मंत्रिमंडल का इस्तीफा सौंपा, जब पुतिन ने राष्ट्रपति के तौर पर अपना पांचवां कार्यकाल शुरू किया था। मिशुस्तिन पिछले चार वर्ष से प्रधानमंत्री पद पर थे।

आखिर क्यों पुतिन की पसंद हैं मिशुस्तिन

पहले से ही यह माना जा रहा था कि पुतिन मिशुस्तिन को ही एक बार फिर पीएम बना सकते हैं और वही होता दिख रहा है। उनका मानना है कि पुतिन को मिशुस्तिन का कौशल और सुर्खियों से दूरी पसंद है। रूस की टैक्स सेवा के पूर्व प्रमुख मिशुस्तिन अपने पिछले कार्यकाल के दौरान राजनीतिक बयानबाजियों से दूर थे और मीडिया में साक्षात्कार भी नहीं देते थे।

संसद के निचले सदन के अध्यक्ष वी वोलोदिन ने घोषणा की है कि पुतिन ने ‘स्टेट ड्यूमा’ में मिशुस्तिन की उम्मीदवारी पेश की है। गौरतलब है कि रूस की राजनीति में मिशुस्तिन का कद लगातार बढ़ता रहा है। 1966 में रूस के मॉस्को शहर में जन्मे मिशुस्तिन टेक्नोक्रेट भी हैं।

कई अहम पदों पर रहे हैं मिशुस्तिन

साल 1998 के बाद वो रूस के टैक्स विभागों में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे थे और साल 2010 में उन्हें रूस की केंद्रीय टैक्स सर्विस का प्रमुख भी बनाया गया। मिशुस्तिन को रूस की टैक्स प्रणाली को दुरुस्त करने का श्रेय किया जाता है। मिशुस्तिन ने इकोनॉमिक्स में पीएचडी भी की है। अब शुक्रवार को देर शाम सत्र आयोजित किया जाएगा और उस पर विचार होगा।

देश में 2020 में स्वीकृत संवैधानिक परिवर्तनों के तहत निचला सदन प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी को मंजूरी देता है। पुतिन की मुहर लगने के बाद अब यह सुनिश्चित हैं कि मिशुस्तिन ही रूस के प्रधानमंत्र होंगे।