WHO Alert on Indian Cough Syrup: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत की नोएडा बेस्ड कंपनी के बनाए गए दो कफ सिरप (Cough Syrup) को लेकर अलर्ट (Alert) जारी किया है। WHO ने कहा कि उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) में इन कफ सिरप का इस्तेमाल बच्चों के लिए तत्काल प्रभाव से बंद कर देना चाहिए। WHO ने बुधवार को मेडिकल प्रोडक्ट (Medical Product) पर अलर्ट जारी किया है, जिसमें WHO ने कहा कि मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए ‘निम्नस्तरीय मेडिकल प्रोडक्ट’ वो उत्पाद हैं जो गुणवत्ता के मानकों को पूरा करने में असफल रहे हैं और इसलिए इन्हें इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।’ आपको बता दें कि अभी हाल में कथित तौर पर इन दोनों कफ सिरप को पीने से उज्बेकिस्तान के दो बच्चों की मौत हो गई थी।
सुरक्षा मानकों पर कंपनी ने WHO को नहीं दी गारंटी
WHO के अलर्ट में ये भी बताया गया है, “मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के दो कफ सिरप एम्ब्रोनोल (Ambronol Syrup) और ‘डॉक-1 मैक्स’जो भारत के नोएडा में स्थित कंपनी से बने हैं, इन उत्पादों की सुरक्षा और गुणवत्ता पर डब्ल्यूएचओ को गारंटी नहीं दी है।” इसके पहले उज्बेकिस्तान में कथित तौर पर खांसी की दवाई पीने के बाद बच्चों की मौत की खबरें सामने आने के बाद नोएडा स्थित फार्मा मैरियन बायोटेक पर संकट के बादल छा गए हैं।
WHO ने जारी की कफ सिरप को लेकर चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार (11 जनवरी) को इस बात की सिफारिश की है कि उज्बेकिस्तान में बच्चों के लिए दो भारतीय कफ सिरप- एम्ब्रोनोल और डॉक-1 मैक्स पर रोक लगा देनी चाहिए। डब्ल्यूएचओ ने आगे कहा कि ये ऐसे मेडिकल प्रोडक्ट हैं जो गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। लैब में जब इस मेडिकल प्रोडक्ट का विश्लेषण में पाया गया कि दोनों ही प्रोडक्ट्स में दूषित पदार्थों के रूप में डायथिलीन ग्लाइकोल या एथिलीन ग्लाइकोल की अस्वीकार्य मात्रा शामिल की गई है।
Uzbekistan का दावा जहरीला है भारतीय कफ
वहीं उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारतीय कफ सिरप का विश्लेषण करते हुए दावा किया था कि इस कफ सिरप में एक जहरीला पदार्थ, एथिलीन ग्लाइकॉल होता है, जो कि बच्चों को ज्यादा मात्रा में दिए जाने पर उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए गए बयान में कहा था कि उनके देश में बच्चों ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक के कफ सिरप ‘डॉक-1 मैक्स’ लिया था, जिसके बाद उन बच्चों की मौत हो गई थी।