नारा शहर में शुक्रवार सुबह जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की सीने में गोली मारकर हत्या कर दी गई। एक स्थानीय मीडिया आउटलेट एनएचके के मुताबिक वहां उपस्थित प्रत्यक्षदर्शियों ने दो बार गोलियां चलने की आवाज सुनी थी। शिंजो आबे का भारत से एक खास नाता था। जब पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब भी उनकी जापानी प्रधानमंत्री से बहुत अच्छी दोस्ती थी। भारत सरकार ने शिंजो आबे को साल 2021 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। आपको बता दें कि पद्म विभूषण सम्मान देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौत की घटना से जितना दुख जापान को हो रहा होगा उससे कम भारत को नहीं है। इसके पीछे शिंजो आबे का भारत के प्रति प्यार था। शिंजो आबे ही वो जापानी शख्स हैं जिन्होंने भारत जापान के संबंधों को इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। शिंजो आबे की पीएम मोदी के साथ दोस्ती के बारे में पूरी दुनिया को पता है। जहां शिंजो आबे पीएम मोदी को अपना दोस्त बताते थे वहीं पीएम मोदी भी एक कदम आगे बढ़कर शिंजो आबे का सम्मान करते थे।
शिंजो आबे और पीएम मोदी की दोस्ती
शिंजो आबे और नरेंद्र मोदी की दोस्ती तब से है जब नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री नहीं बने थे। साल 2007 में शिंजो आबे की पहली बार नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई तब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इसके बाद इन दोनों नेताओं की मुलाकात साल 2012 में हुई। 26 जनवरी 2014 को जब शिंजो आबे बतौर विशेष अतिथि गणतंत्र दिवस को आए थे लेकिन प्रोटोकॉल के तहत वो पीएम मोदी से मुलाकात नहीं कर सके इसके बाद पीएम मोदी शिंजो आबे से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे थे।
कौन थे शिंजो आबे? जानें उनका पारिवारिक इतिहास
जापान में शिंजो आबे के परिवार का काफी मान सम्मान है ऐसा नहीं कि वो पीएम बनने के बाद इसके हकदार बने। शिंजो आबे एक राजनयिक परिवार से संबंध रखते हैं। 21 सितंबर 1954 में शिंजो आबे का जन्म जापान की राजधानी टोक्यो में हुआ था। शिंजो आबे अपने खानदान की तीसरी पीढ़ी हैं जो राजनीति में हैं उनके पिता शिंटारा आबे के अलावा उनके दादा कॉन आबे भी जापान के वरिष्ठ राजनेता रह चुके हैं। आबे के पर दादा यानि उनके दादा के पिता योशिमा ओशिमा इंपीरियल जापान की सेना में बतौर जनरल तैनात थे। वहीं शिंजो आबे की मां योको किशी 1957 से 1960 तक जापान के पूर्व प्रधानमंत्री नोबू किशी की बेटी हैं।
जापान की राजनीति में शिंजो आबे का सफर
साल 2006 से 2007 और 2012 से 2020 तक जापान के प्रधानमंत्री पद पर बने रहे। वो जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले शख्स थे। साल 2020 में खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। शिंजो आबे भारतयी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। पीएम मोदी कई मौकों पर उन्हें अपना दोस्त भी कह चुके हैं। अपनी भारत यात्रा के दौरान आबे ने पीएम मोदी से मुलाकात की और नई दिल्ली में शिखर वार्ता की जिसके बाद उन्होंने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की यात्रा की। दोनों नेताओं ने गंगा आरती भी की थी।
देश-विदेश की आर्थिक नीतियों पर आबे ने अमिट छाप छोड़ी
साल 2020 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भी शिंजो आबे जापान के एलडीपी में एक केंद्रीय व्यक्ति बने रहे जहां उन्होंने अपने प्रमुख गुटों में से एक को नियंत्रित किया। कार्यालय में अपने समय के दौरान आबे ने देश की विदेश और आर्थिक नीतियों पर एक अमिट छाप छोड़ी – विदेशों में जापान के सहयोगियों के साथ संबंधों को मजबूत करना और अपनी ट्रेडमार्क ‘एबेनॉमिक्स’ नीतियों के साथ जापानी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने का प्रयास करना। राजनीतिक विवाद और पड़ोसी दक्षिण कोरिया के साथ बिगड़ते संबंधों के कारण आबे का कार्यकाल उथल-पुथल भरा रहा। हालांकि आबे ने इन सब को बहुत आसानी से हैंडल किया।