अमेरिका ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के एक परिसर में गुरुवार (13 अप्रैल) को एक बम गिराया। उसपर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। डोनाल्ड ट्रंप ने MC-130 फाइटर एयरक्राफ्ट द्वारा अफगानिस्तान में आतंकी संगठन ISIS की गुफाओं पर गिराए गए GBU-43B को लेकर कहा कि उन्हें अपनी मिलिट्री पर बेहद प्राउड है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान में बम गिराए जाने की अनुमति दी थी और उन्होंने इस अभियान को अत्यंत सफल करार दिया। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, यह वास्तव में एक सफल अभियान रहा। हमें हमारी सेना पर गर्व है।
ट्रंप ने कहा, मुझे नहीं पता कि इससे उत्तर कोरिया को संदेश मिलता है या नहीं। इससे कोई अंतर नहीं पड़ता। उत्तर कोरिया एक समस्या है। इस समस्या का समाधान निकाला जाएग। ड्रंप ने अमेरिकी फोर्सेस द्वारा किए हमले की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए गर्व महसूस किया है। बता दें कि गुरुवार शाम 7. 30 बजे अमेरिकी फोर्सेस ने MC-130 फाइटर एयरक्राफ्ट के जरिए अफगानिस्तान में छिपे आतंकी संगठन के अंड्डों को निशाना बनाकर GBU-43B बम गिराया है। जो 21600 पौंड वनन वाला जीपीएस निर्देशित एमओएबी अमेरिका का सबसे शक्तिशाली गैर परमाणु बम है।
GBU-43B बम अब तक का सबसे बड़ा गैर परमाणु बम माना जा रहा है। US फोर्सेस अफगानिस्तान’ ने एक बयान में कहा कि GBU-43B मैसिव आॅर्डिनेंस एयर ब्लास्ट’ बम नंगरहार प्रांत के अचिन जिले में एक सुरंग परिसर में गिराया गया है। अफगानिस्तान के खोरासन की सुरंग परिसर’’ में गिरा। इस बम को नाम से भी जाना जाता है। पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टम्प ने बताया कि इस हथियार का लड़ाई में पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है।
We are very very proud of our military.Gave military full authorisation.Another successful event-Pres Donald Trump on Nangarhar MOAB bombing
— ANI (@ANI) April 13, 2017
#WATCH Live shortly: White House briefing after US drops largest non nuclear bomb in Afghanistan's Nangarhar https://t.co/rP9lF2tUxB
— ANI (@ANI) April 13, 2017
US drops mother of all bombs: The bomb targeted tunnels used by ISIS fighters, target area bordered Pakistan (Source: US Media)
— ANI (@ANI) April 13, 2017
पिछले साल आई खबर में अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर का कहना था कि पाकिस्तान-स्थित हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में मौजूद अमेरिका सेना के लिए ‘बड़ा’ खतरा बना हुआ है। उन्होंने आतंकवादी समूह को अमेरिका की मुख्य चिंता करार दिया था। पेंटागन के एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटो बलों के कमांडर जनरल जॉन निकोल्सन ने कहा, हक्कानी अभी भी अमेरिकियों, हमारे गठबंधन के सहयोगियों और अफगानों के लिए सबसे बड़ा खतरा बना हुआ है।’ उन्होंने बताया, ‘पांच अमेरिकी नागरिक अभी भी हक्कानी के कब्जे में हैं। मझे लगता है कि हक्कानी नेटवर्क के बारे में सोचते हुए यह याद रखना आवश्यक है। वह हमारे लिए चिंता का मुख्य कारण बना हुआ है और उन्हें पाकिस्तान के भीतर पनाहगाह बना रखी है।
वहीं इसी साल पेंटागन ने दावा किया था कि तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे अफगानिस्तान केन्द्रित आतंकवादी समूहों ने पाकिस्तानी सरजमीन से सरगर्मियां चलाने की आजादी बरकरार रखी है जबकि अमेरिका ने साफ लफ्जों में पाकिस्तान से आतंकवादी संगठनों के पनाहगाह खत्म करने को कहा था। पेंटागन ने अमेरिकी संसद को दी गई अपनी अर्धवार्षिक रिपोर्ट में कहा, ‘पाकिस्तानी सरजमीन के अंदर सरगर्मी चलाने की तालिबान और हक्कानी नेटवर्क समेत अफगानिस्तान केन्द्रित आतंकवादी समूहों के वरिष्ठ नेतृत्व की आजादी बरकरार है।’