प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (9 फरवरी) को फलस्तीन समेत पश्चिम एशिया के तीन देशों की यात्रा के प्रथम चरण में जॉर्डन पहुंचे। इस दौरान वह फोर सीजन होटल में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिले। भारतीय समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का दिल खोलकर स्वागत किया और कुछ देर के लिए माहौल ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा। विदेशी धरती पर भारत माता की जय के नारे सुनकर प्रधानमंत्री मोदी भी खासे खुश नजर आए। समचार एजेंसी एएनआई ने वह वीडियो ट्वीट किया जिसमें जॉर्डन के होटल में प्रधानमंत्री के स्वागत में भारत माता की जय के नारे लगाए जा रहे हैं। वीडियो में महिलाएं और बच्चे भी नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी से हाथ मिलाते हुए दिखते हैं। बता दें कि नरेंद्र मोदी पहले ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो फलस्तीन की यात्रा पर गए हैं। शनिवार (10 फरवरी) को वह रामल्ला पहुंचेंगे।
#Jordan: The lobby of Four Seasons Hotel in Amman echoes with chants of ‘Bharat Mata ki Jai’ as members of Indian community welcome PM Narendra Modi. pic.twitter.com/XzJIZESKbN
— ANI (@ANI) February 9, 2018
अपनी इस यात्रा में पीएम मोदी सुरक्षा और व्यापार सहित रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर वार्ता करेंगे। मोदी ने यहां पहुंचने के बाद ट्वीट किया, ‘‘हम अम्मान पहुंचे हैं। मैं सुगम उड़ान और व्यवस्था के लिए शाह अब्दुल्ला द्वितीय का बहुत शुक्रगुजार हूं।’’ जॉर्डन से होकर गुजरने के बाद प्रधानमंत्री की यात्रा शनिवार को फलस्तीन से शुरू होगी। जार्डन में वह शाह अब्दुला से मिलेंगे। भारत के विदेश संबंध में खाड़ी क्षेत्र और पश्चिम एशिया क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता बताते हुए मोदी ने अपनी यात्रा से पहले कहा था कि उनकी यात्रा का लक्ष्य क्षेत्र में संबंधों को मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस ऐतिहासिक फलस्तीन यात्रा से पहले वहां के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्बास ने पश्चिम एशिया में शांति प्रक्रिया में भारत की भूमिका के बारे में चर्चा की उम्मीद जताई। इजरायल को लेकर फलस्तीन के राष्ट्रपति पीएम मोदी से अंतिम समझौते की वार्ताओं के लिए एक बहुपक्षीय मंच बनाने पर विचार-विमर्श कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के येरुशलम को इजराइल की राजधानी घोषित करने के बाद इलाके में काफी तनाव है और अमेरिका को लेकर फलस्तीनियों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।