अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकवादियों के एजेंडा और उनके संबद्ध समूहों के आधार पर उनके बीच अंतर नहीं करने की नसीहत देने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि देश में आतंकवादियों के लिए कोई पनाहगाह नहीं हो। अमेरिका की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रूडो ने गुरुवार (25 अगस्त) को संवाददाताओं से कहा, ‘हमने चरमपंथियों को पनाह न देने की आवश्यकता के संबंध में पाकिस्तान सरकार के समक्ष सर्वोच्च स्तर पर लगातार अपनी चिंता जाहिर की है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने पाकिस्तान सरकार पर उनकी निर्दिष्ट प्रतिबद्धताओं, कही गई वचनबद्धताओं का पालन करने पर जोर दिया है और आतंकवादियों के एजेंडा तथा उनके संबद्ध समूहों के आधार पर उनके बीच अंतर नहीं करने को कहा है।’
एलिजाबेथ ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ की उस बात पर ध्यान आकृष्ट किया, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों के बीच अंतर नहीं करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि काबुल में ‘अमेरिकन यूनीवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान’ पर आतंकवादी हमला अफगानिस्तान के सबसे अच्छे और बेहतर विश्वविद्यालय पर हमला है और यह संकेत है कि हम अभी और भी काम कर सकते हैं। एलिजाबेथ ने कहा, ‘ना केवल इस हमले बल्कि हिंसक चरमपंथ से मुकाबले के मद्देनजर इससे पहले भी हम अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान की सरकारों को एक साथ मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं।’ बुधवार (24 अगस्त) की शाम को काबुल में ‘अमेरिकन यूनीवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान’ पर आतंकवादी हमले में 16 लोग मारे गए थे।