अमेरिका और सऊदी अरब ने मंगलवार को लगभग 142 बिलियन डॉलर के रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए। व्हाइट हाउस के अनुसार, इस समझौते से रियाद को अमेरिकी कंपनियों से उन्नत उपकरण और सेवाएँ खरीदने की अनुमति मिलेगी। यह डील अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सऊदी अरब की मौजूदा यात्रा के दौरान हुआ।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस ने एक फैक्टशीट में कहा कि यह समझौता सऊदी अरब द्वारा अमेरिका में 600 बिलियन डॉलर का निवेश करने की व्यापक प्रतिबद्धता का हिस्सा है। रक्षा सौदे में हथियार, सैन्य प्रणालियाँ और सेवाएँ शामिल हैं। रक्षा पैकेज के अलावा, समझौते में अन्य वाणिज्यिक सौदे भी शामिल हैं। इनमें जनरल इलेक्ट्रिक से 14.2 बिलियन डॉलर मूल्य के गैस टर्बाइन और ऊर्जा समाधान का निर्यात और 4.8 बिलियन डॉलर मूल्य के बोइंग 737-8 यात्री विमान की बिक्री शामिल है। ट्रंप ने मंगलवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद का दौरा कर पश्चिमी एशिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा की शुरुआत की।

सऊदी अरब पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब में अपने संबोधन में नए परमाणु समझौते के लिए ईरान से नया और बेहतर रास्ता अपनाने का आग्रह किया। हालांकि, उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर ऐसा नहीं होता तो अमेरिका अपनी ओर से पूरा दबाव बनाएगा। ट्रं‍प ने अमेरिका-सऊदी निवेश सम्मेलन में कहा कि वह तेहरान के साथ संघर्ष से बचना चाहते हैं लेकिन समय बीतता जा रहा है और ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में तेजी से प्रगति कर रहा है।

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ट्रंप ने कहा, “जैसा कि मैंने बार-बार दिखाया है, मैं पिछले संघर्षों को समाप्त करने और एक बेहतर और अधिक स्थिर दुनिया के लिए नई साझेदारी बनाने के लिए तैयार हूं, भले ही हमारे मतभेद कितने ही गहरे क्यों न हों।” उन्होंने कहा, “अगर ईरान का शीर्ष नेतृत्व इस शांति प्रस्ताव को अस्वीकार करता है, तो हमारे पास उस पर अत्यधिक दबाव डालने और ईरानी तेल निर्यात को शून्य करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”

ट्रंप ने सऊदी अरब के अब्राहम समझौते में शामिल होने की जताई उम्मीद

इससे पहले ट्रंप ने ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम रोकने के वास्ते राजी करने के उद्देश्य से चौथे दौर की वार्ता के लिए ईरानी अधिकारियों से मिलने अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ को भेजा था। ट्रंप ने अपने भाषण में यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सऊदी अरब जल्द ही अब्राहम समझौते में शामिल होगा और अपने समय में इजरायल को मान्यता देगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति मंगलवार को सऊदी अरब पहुंचे और उन्होंने युवराज मोहम्मद बिन सलमान से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म कराने, गाजा में युद्ध समाप्त कराने और तेल की कीमतों को नियंत्रण में रखने के अमेरिका के प्रयासों को लेकर बातचीत की। ट्रंप का एयर फोर्स वन विमान जब रियाद पहुंचा, तो रॉयल सऊदी एयर फोर्स के एफ-15 विमानों ने उसे ‘एस्कॉर्ट’ किया।

सऊदी अरब के बाद कतर और यूएई जाएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति

इस यात्रा में उनका कार्यक्रम सऊदी अरब के बाद कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाने का है। इन सभी जगहों पर ट्रंप के दो बड़े बेटों द्वारा संचालित ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन बड़ी रियल एस्टेट परियोजनाओं का निर्माण कर रहा है। इनमें जेद्दाह में एक बहुमंजिला टावर, दुबई में एक लक्जरी होटल और कतर में एक गोल्फ कोर्स तथा विला कॉम्प्लेक्स शामिल हैं। अमेरिकी प्रशासन ने कहा कि वह इस यात्रा का उपयोग इस सप्ताह के अंत में सऊदी अरब के साथ-साथ कतर और संयुक्त अरब अमीरात की सरकारों के साथ आर्थिक समझौते शुरू करने के लिए करना चाहता है। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के के लेटेस्ट अपडेट्स

(एपी के इनपुट के साथ)