डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद बुधवार को व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिकी परंपरा के तहत सत्ता के सहज हस्तांतरण का संकल्प जताया। एक संक्षिप्त बैठक में दोनों नेताओं ने देश को अगले 20 जनवरी 2025 को शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण का आश्वासन दिया।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप का स्वागत किया और दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया। बाइडेन ने ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई दी और कहा कि वह एक सहज सत्ता हस्तांतरण की आशा करते हैं। इस दौरान ट्रंप ने कहा, ‘‘राजनीति कठिन है और कई मामलों में यह बहुत अच्छी दुनिया नहीं है लेकिन आज यह एक अच्छी दुनिया है और मैं इसकी बहुत सराहना करता हूं। यह बदलाव बहुत सहज है और यह जितना संभव हो उतना सहज होगा।’’
डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद वाशिंगटन पहुंचे। दोनों नेताओं की मुलाकात सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का एक पारंपरिक हिस्सा है। हालांकि चार साल पहले ट्रंप ने खुद इसमें भाग लेने से इनकार कर दिया था। ट्रंप की योजना कांग्रेस (संसद) के रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों से मिलने की भी है, क्योंकि वे उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करेंगे और देश की राजधानी में रिपब्लिकन पार्टी की जीत के साथ संभावित एकीकृत सरकार बनाने की तैयारी करेंगे।
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ट्रंप के साथ एलन मस्क भी यात्रा पर थे
एक असामान्य कदम के तहत, ट्रंप के साथ अरबपति एलन मस्क भी इस यात्रा पर थे। टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ व्हाइट हाउस में होने वाली बैठक में शामिल नहीं हुए लेकिन वह प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों के साथ ट्रंप की बैठक में शामिल होंगे। ट्रंप ने मंगलवार को एलन मस्क को‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) का काम सौंपा है।
प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कहा कि रिपब्लिक पार्टी के सदस्य ट्रंप के “अमेरिका फर्स्ट” एजेंडे को पूरा करने के लिए तैयार हैं। वहीं, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि जो बाइडेन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि यह सत्ता परिवर्तन प्रभावी और कुशल हो और वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह आदर्श है। बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी इस भावना को दोहराया और कहा कि प्रशासन एक राष्ट्रपति से दूसरे राष्ट्रपति को जिम्मेदारी सौंपने की प्रक्रिया को बनाए रखेगा, जो हमारे देश की सर्वश्रेष्ठ परंपरा है। बुधवार की यात्रा महज एक शिष्टाचार भेंट से कहीं अधिक है।
(इनपुट-भाषा)