अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई को शुक्रवार को चेतावनी देते हुए ‘संभल कर बात करने’ की नसीहत दी। ईरान की राजधानी तेहरान में खामनेई की टिप्पणी के बाद ट्रंप ने ट्वीट कर उक्त बात कही।

ट्रंप ने ट्वीट में लिखा कि, “ईरान के तथाकथित ‘सर्वोच्च नेता’ ने जो अब उतने सर्वोच्च नहीं रह गए हैं, अमेरिका और यूरोप के बारे में कुछ खराब बातें कही हैं। उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा रही है और उनके लोग परेशान हैं। उन्हें अपने शब्दों को लेकर काफी सतर्क रहना चाहिए।”

ट्रंप ने कहा कि खामनेई ने जो अपने भाषण में बोला वह उनकी भूल है। दरअसल खामनेई ने अपने भाषण में अमेरिका को ‘बुरा’ और ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी को ‘अमेरिका का प्यादा’ बताते हुए ट्रंप पर हमला बोला था।

अपने एक अन्य ट्वीट में ट्रंप ने कहा कि ईरान को सम्मानित लोग, जो अमेरिका को प्यार करते हैं- एक ऐसी सरकार के हकदार हैं, जो लोगों को उनके सपने पूरे करने में मदद करे, ना कि उन्हें मारे और बदले में सम्मान पाना चाहे और ईरान को बदले बर्बादी की तरफ ले जाए। यहां के नेताओं को आतंक का रास्ता छोड़कर एक बार फिर ईरान को महान बनाना चाहिए।

बता दें कि ईरान की सरकार इन दिनों अपने ही देश में घिरी हुई है। दरअसल अमेरिका के साथ तनातनी के दौरान ईरान के सुरक्षाबलों ने गलती से यूक्रेन के एक यात्री विमान को मार गिराया था। इस हादसे में 176 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में ईरान के लोग भी शामिल थे। जब कई देशों ने इस हादसे में ईरान पर हमले का आरोप लगाया तो ईरान ने अपनी गलती मानते हुए हमले की बात स्वीकार कर ली थी।

इसके बाद ईरान की सरकार के खिलाफ उसके अपने लोग ही सड़कों पर उतर आए थे। इसके बाद ईरान में कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी हुए। यही वजह है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने ट्वीट कर ईरान के लोगों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है और ईरान सरकार पर निशाना साधा है। शुक्रवार को ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरू अयातुल्लाह खोमेनी ने अमेरिका की आलोचना की थी।

(भाषा इनपुट के साथ)