अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर एक्सट्रा टैरिफ लगाने के फैसले को एक बार फिर 90 दिनों के लिए टाल दिया है। सोमवार को ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया, “मैंने एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया। चीन पर टैरिफ निलंबन को और 90 दिनों के लिए बढ़ा देगा।” यह कदम तब सामने आया है, जब डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त 12 की समय सीमा पर अमेरिकी टैरिफ लगाने के सवाल को टाल दिया था
राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका के साथ वार्ता में चीन के सहयोग की सराहना करते हुए कहा, “हम देखेंगे कि क्या होता है। वे काफी अच्छे से काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति जिनपिंग और मेरे साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं।” अमेरिका राष्ट्रपति के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करने के बाद चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि वह अमेरिकी वस्तुओं पर एक्सट्रा टैरिफ को 90 दिनों के लिए सस्पेंड कर देगा।
आज खत्म हो रही थी समय सीमा
चीनी इंपोर्ट के लिए पहले डेड लाइन 12 अगस्त रात 12:01 बजे थी। अगर समय सीमा नहीं बढ़ाई जाती, तो अमेरिका चीनी वस्तुओं पर इंपोर्ट ड्यूटी पहले से ही 30% से बढ़ा सकता था और बीजिंग भी चीन को अमेरिकी निर्यात के प्रति जवाबी कार्रवाई कर सकता था। अब अमेरिका और चीन दोनों ने टैरिफ लगाने को 10 नवंबर को 12:01 बजे तक के लिए टाल दिया है। यह इस साल के आखिर में ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शिखर सम्मेलन का रास्ता भी साफ कर सकता है।
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किसने कितना टैरिफ लगाया?
अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाकर 145 प्रतिशत कर दिया। इसके बाद चीन ने भी अमेरिका से आयातित वस्तुओं पर 125 प्रतिशत का जवाबी शुल्क लगा दिया। हालांकि, दोनों देशों के अधिकारियों ने जून में लंदन में मुलाकात की थी। इसके बाद दोनों देशों के तेवर कुछ नरम दिखाई दिए थे।
चीन पर कितना टैरिफ?
दरअसल, चीन से आयात पर इस समय 30 प्रतिशत टैरिफ लागू हैं। इसमें 10 प्रतिशत बेस रेट और फरवरी और मार्च में अमेरिका की ओर से लगाए गए फेंटानिल से संबंधित टैरिफ के 20 प्रतिशत शामिल हैं। चीन ने भी अपने अमेरिकी आयात पर दर को 10 प्रतिशत तक कम कर दिया था। टैरिफ का दबाव बनाकर भारत से अपनी मांगें मनवाने की रणनीति अपना रहे हैं ट्रंप