अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सोमवार को कहा कि फ्लोरिडा के ओरलैंडो के एक नाइटक्लब में हुई ‘‘भयावह’’ अंधाधुंध गोलीबारी एक ‘‘आतंकी’’ और ‘‘नफरत’’ का कृत्य है । उन्होंने अपने देश के लोगों को बंदूकों तक आसान पहुंच की भी याद दिलाई । गौरतलब है कि इस गोलीबारी में 50 लोग मारे गए। ओबामा ने कहा, ‘‘यह एक आतंकी और नफरत का कृत्य था।’’ उन्होंने यह भी कहा कि एफबीआई इसे आतंकवादी घटना मानकर जांच कर रही है।

बहरहाल, आज दोपहर व्हाइट हाउस में पत्रकारों से ओबामा ने कहा कि इस गोलीबारी के पीछे की वजह का अब तक सही-सही कुछ पता नहीं चल सका है। ओबामा ने कहा, ‘‘यह समलैंगिक समुदाय के लिए दिल तोड़ने वाला दिन है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज हुई गोलीबारी अमेरिकी इतिहास की सबसे जानलेवा गोलीबारी है ।’’ उन्होंने यह भी कहा कि यह इस बात की भी याद दिलाता है कि ऐसी हिंसा के लिए किसी को कितनी आसानी से बंदूकें मिल जाती हैं।

ओबामा ने कहा कि अमेरिका के लोगों को तय करना होगा कि ‘‘क्या हम एक ऐसा देश बनना चाहते हैं’’ जहां बंदूकों तक आसान पहुंच हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम डरने वाले नहीं हैं । इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’ यह 15वीं बार है जब ओबामा ऐसी गोलीबारी के बाद राष्ट्र को संबोधित करने सामने आए हों।

इस बीच, फ्लोरिडा में हुई गोलीबारी के बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ओबामा को शोक संदेश भेजा। नेतन्याहू ने कहा कि ओरलैंडों में समलैंगिक समुदाय पर हुए भयावह हमले के बाद मैं इस्राइल के लोगों और सरकार की तरफ से अमेरिका के लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूूूं । उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में इस्राइल अमेरिका के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। पोप फ्रांसिस ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘‘हिंसक मूर्खता और बेमतलब नफरत’’ है। ‘होली सी’ से जारी एक बयान में कहा गया कि इस घटना ने पोप फ्रांसिस और हम सब में खौफ और निंदा की भावनाएं भर दी हैं । यह हिंसक मूर्खता और बेमतलब नफरत है ।