अमेरिका और पाकिस्तान ने अपनी रक्षा विमर्श समूह बैठक की जिसमें उन्होंने पश्चिमोत्तर वजीरिस्तान में चल रहे सैन्य अभियान और अफगानिस्तान में 2014 के बाद के हालात पर चर्चा की।
दो दिन की वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में दोनों देशों ने कल कहा कि क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दे और वित्त वर्ष 2015 के अंत में गठबंधन सहायता कोष :सीएसएफ: के खत्म होने के बाद इसे बरकरार रखने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुयी।
अमेरिकी राजधानी में नौ और 10 दिसंबर को रणनीतिक वार्ता प्रारूप के तहत एक कार्यकारी समूह अमेरिका-पाकिस्तान रक्षा विमर्श समूह :डीसीजी: की 23 वीं बैठक हुयी। पाकिस्तान के रक्षा सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) आलम खट्टक और अमेरिकी उप रक्षा नीति मंत्री क्रिस्टाइन ई वोरमुथ ने अपने-अपने देश का नेतृत्व किया।
दोनों देशों के रक्षा हितों के समर्थन में सहयोग को मजबूत करने के मकसद के साथ रक्षा नीति समन्वय और विचारों के आदान-प्रदान के लिए प्राथमिक मंच डीसीजी की इससे पहले बैठक वाशिंगटन में नवंबर 2013 में हुयी थी।
संयुक्त बयान के मुताबिक, दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने अमेरिका-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों के सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने का स्वागत किया। उन्होंने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने तथा क्षेत्र में अलकायदा और अन्य आतंकी तत्वों को पराजित करने के लिए द्विपक्षीय सहयोग पर रजामंदी जतायी।