अमेरिका की सुरक्षा सलाहकार सुजैन राइस ने अपने भारतीय समकक्ष अजित डोभाल को फोन किया और उरी आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि व्हाइट हाउस पाकिस्तान, से संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए समूहों से निपटने तथा उनका सफाया करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने की अपेक्षा रखता है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, ‘राजदूत राइस ने बार बार हमारी यह अपेक्षा दोहराई है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद सहित, संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए गए समूहों, व्यक्तियों और उनसे संबद्ध गुटों से निपटने तथा उनका सफाया करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करे।’

सुजैन ने उरी हमले के बाद डोभाल के साथ फोन पर हुई पहली बातचीत में, 18 सितंबर को भारतीय सेना के मुख्यालय पर सीमा पार से हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने हमले में शहीद हुए जवानों तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।

प्राइस ने कहा, ‘उन्होंने दुनिया भर में आतंकवाद के षड्यंत्रकारियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हमारे प्रयास दोगुने करने की राष्ट्रपति बराक ओबामा की प्रतिबद्धता की पुन: पुष्टि की। राजदूत राइस ने क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए भारत के साथ हमारी साझा प्रतिबद्धता पर चर्चा की और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित किए जाने सहित आतंकवाद की रोकथाम संबंधी मुद्दों पर सहयोग गहरा करने का संकल्प जताया।’

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बता दें, 18 सितंबर को कश्मीर के उरी सेक्टर में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान में तनातनी चल रही है। इस हमले के लिए भारत पाकिस्तान को जिम्मेदार बता रहा है, जबकि पाकिस्तान इससे इनकार कर रहा है। भारत का कहना है कि उनके पास इसके पुख्ता सबूत हैं।

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