अमेरिका ने दक्षिण चीन सागर में विवादित क्षेत्र में कुछ समय के लिए दो युद्धपोत तैनात किए। अमेरिका ने बुधवार को दक्षिण चीन सागर के विवादित तटवर्ती क्षेत्र में दो युद्धपोत तैनात किए, जहां दो दिन पहले फिलीपीन के छोटे जहाज को भगाने के प्रयास के दौरान चीनी नौसेना और तट रक्षक बल के दो जहाज आपस में टकरा गए थे। इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद कई पश्चिमी और एशियाई देशों में चिंता पैदा हो गई थी।

अमेरिका ने स्कारबोरो शोल से लगभग 30 समुद्री मील की दूरी पर यूएसएस हिगिंस और यूएसएस सिनसिनाटी को तैनात किया है। फिलीपीन तटरक्षक बल के कमोडोर जे टैरिएला ने अमेरिकी अधिकारियों और एक फिलीपींस निगरानी उड़ान से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली।

दो दिन पहले टकराए थे चीन के दो जलपोत

सोमवार को, चीनी नौसेना और तटरक्षक बल के दो जहाज स्कारबोरो से लगभग 10.5 समुद्री मील दूर एक छोटे फिलीपीनी जहाज बीआरपी सुलुआन को रोकने और भगाने का प्रयास करते समय दुर्घटनावश टकरा गए थे। जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने बुधवार को इस खतरनाक घटना पर चिंता व्यक्त की। यह टक्कर व्यस्त जलक्षेत्र में हुई थी, जो एक प्रमुख वैश्विक व्यापार मार्ग है।

चीन और फिलीपींस दोनों ही दक्षिण चीन सागर में स्कारबोरो शोल और अन्य बाहरी क्षेत्रों पर अपना दावा करते हैं। वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान भी इस विवादित जलक्षेत्र पर अपने-अपने दावे करते आए हैं।

फिलीपींस ने भारत से की ‘स्क्वाड’ रक्षा गठबंधन में शामिल होने की अपील

इस बीच दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव के बीच फिलीपींस ने भारत से ‘स्क्वाड’ रक्षा गठबंधन में शामिल होने की अपील की है। यह समूह अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फिलीपींस के बीच एक अनौपचारिक सैन्य गठबंधन है, जिसका उद्देश्य चीन की आक्रामकता का सामना करना है। फिलीपींस के सशस्त्र बलों के प्रमुख जनरल रोमियो एस. ब्राउनर ने नई दिल्ली में आयोजित रायसीना डायलॉग के दौरान यह प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा था, “हम जापान और अपने सहयोगियों के साथ स्क्वाड का विस्तार करना चाहते हैं, जिसमें भारत और दक्षिण कोरिया को भी शामिल किया जा सकता है।” पढ़ें- चीन की दादागिरी खत्म करने के लिए भारत को मिला ‘स्क्वाड’ का ऑफर

(एपी के इनपुट के साथ)