खालिस्तानी समर्थक पन्नू के भारत सरकार, NSA अजीत डोभाल के खिलाफ मुकदमा दायर करने के बाद अमेरिकी अदालत ने समन जारी किया था। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भारत सरकार ने मुकदमे को अनुचित बताया।

खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और निखिल गुप्ता के खिलाफ दीवानी मुकदमा दायर करने के बाद अमेरिकी अदालत ने इस मामले में समन जारी किया। जिसके बाद नई दिल्ली में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बृहस्पतिवार को कट्टरपंथी समूह ‘सिख फॉर जस्टिस’ के प्रमुख पन्नू द्वारा दायर मुकदमे को पूरी तरह से ‘अनुचित और अप्रमाणित’ बताया।

मिस्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘जैसा कि हमने पहले कहा है ये पूरी तरह से अनुचित और निराधार आरोप हैं। अब जब यह विशेष मामला दर्ज किया गया है, तो यह इस बारे में हमारे विचारों को नहीं बदलता है। मैं आपका ध्यान केवल इस विशेष मामले के पीछे के व्यक्ति की ओर आकर्षित करना चाहूंगा जिसका इतिहास सर्वविदित है।” न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए अमेरिकी जिला न्यायालय द्वारा जारी किए गए समन में कहा गया है कि इस समन का जवाब 21 दिनों के भीतर दिया जाना चाहिए।

पीएम मोदी का अमेरिका दौरा

अमेरिकी अदालत का यह समन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 21-23 सितंबर की अमेरिका यात्रा से कुछ दिन पहले आया है, जिस दौरान वह ‘क्वाड’ नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और संयुक्त राष्ट्र के भविष्य पर केंद्रित शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे PM मोदी? तीन दिन का दौरा इसलिए होगा अहम

समन में भारत सरकार, NSA अजीत डोभाल और पूर्व RAW प्रमुख का नाम

इससे पहले, न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अमेरिकी जिला न्यायालय ने समन में भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व RAW प्रमुख सामंत गोयल का नाम लिया था। हत्याकांड के सिलसिले में आरोपी बनाए गए दो लोगों निखिल गुप्ता और विक्रम यादव को भी समन भेजा गया है।

निखिल गुप्ता पर अमेरिकी अदालत ने पिछले साल नवंबर में पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया है। निखिल गुप्ता को जून में चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था और मजिस्ट्रेट न्यायाधीश जेम्स कॉट के समक्ष मैनहट्टन संघीय अदालत में उसकी पहली पेशी हुई थी। गुप्ता ने आरोपों से इनकार करते हुए खुद को निर्दोष बताया है।

American Presidential Election 2024: ट्रंप से ज्यादा कमला हैरिस को पसंद कर रहे लोग, सर्वे में आया सामने

खालिस्तानी पन्नू ने दायर किया था मुकदमा

अलगाववादी पन्नू द्वारा 17 सितंबर को दायर मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि मोदी सरकार ने पन्नू की हत्या के लिए गुप्ता को न्यूयॉर्क में एक भाड़े के हत्यारे की व्यवस्था करने का काम सौंपा। इस 28 पन्नों की शिकायत में कनाडा में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत का भी जिक्र है। इसमें दावा किया गया है कि इन प्रयासों’ की देखरेख विक्रम यादव द्वारा की गई थी, जिनका नाम मुकदमे में है और जिन्हें भारती खुफिया एजेंसी RAW के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी के रूप में वर्णित किया गया है।

आरोप में कहा गया है कि रॉ के प्रमुख सामंत और डोभाल द्वारा उनके नाम का रिकमेंडेशन किया गया था, इन दोनों के नाम भी मुकदमे में शामिल हैं।गौरतलब है आतंकवाद के आरोप में भारत में वांछित पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है।

(Input- Bhasha)