अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने कहा है कि भारत अगले एक या दो महीनों में ट्रेड डील पर हस्ताक्षर करने के लिए फिर से बातचीत की मेज पर आएगा और माफी मांगेगा क्योंकि अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता है और उपभोक्ता हमेशा सही होता है।
ब्लूमबर्ग टीवी को दिए एक इंटरव्यू में लुटनिक ने कहा, “मुझे लगता है, हां, एक या दो महीने में… भारत बातचीत की मेज पर आएगा, माफी मांगेगा और डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौता करने की कोशिश करेगा। यह ट्रंप के ऊपर होगा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कैसे डील करना चाहते हैं। हम इसे उन्हीं पर छोड़ते हैं।”
लुटनिक ने कहा कि भारत अपना बाजार खोलना नहीं चाहता, रूस से खरीद बंद नहीं करना चाहता और BRICS समूह को भी छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।
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वाणिज्य मंत्री लुटनिक ने कहा, “भारत रूस और चीन के बीच का एक स्वर (vowel) है। अगर आप यही बनना चाहते हैं तो बन जाइए लेकिन या तो आप डॉलर का समर्थन कीजिए, अमेरिका का समर्थन कीजिए, अपने सबसे बड़े ग्राहक यानी अमेरिकी उपभोक्ता का समर्थन कीजिए, या फिर आपको 50 प्रतिशत का टैरिफ झेलना होगा।”
भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस महीने की शुरुआत में उम्मीद जताई थी कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) इस साल नवंबर तक हो सकता है। अमेरिका की ओर से एक टीम को 25 अगस्त को नई दिल्ली आना था लेकिन इसे टाल दिया गया।
अमेरिका सबसे बड़ा उपभोक्ता- लुटनिक
लुटनिक ने कहा कि “अमेरिका बातचीत करने को तैयार है” लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका मुल्क दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
लुटनिक ने कहा, “भारत को यह तय करना होगा कि वे किस तरफ रहना चाहते हैं। याद रखें कि चीन हमें सामान बेचता है। भारत हमें बेचता हैं। वे एक-दूसरे को नहीं बेच पाएंगे। हम दुनिया के उपभोक्ता हैं। लोगों को याद रखना चाहिए कि हमारी 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था ही दुनिया का उपभोक्ता है। इसलिए आखिरकार उन्हें ग्राहक के पास वापस आना ही होगा, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि अंत में ग्राहक हमेशा सही होता है।”
अमेरिका ने भारत के सामान पर 50% टैरिफ लगा दिया है। इसमें से 25% टैरिफ लगाने के पीछे ट्रंप प्रशासन ने यह वजह बताई है कि भारत रूस से भारी मात्रा में तेल खरीद रहा है।