संयुक्त राष्ट्र महासभा के नव-निर्वाचित अध्यक्ष पीटर थॉमसन की अगले हफ्ते भारतीय नेतृत्व से होने वाली बातचीत के एजेंडे में सुरक्षा परिषद सुधार, आतंकवाद से लड़ाई तथा महत्वाकांक्षी सतत विकास लक्ष्यों का क्रियान्वयन जैसे मुद्दे शामिल होंगे। थॉमसन रविवार (28 अगस्त) को भारत पहुंचेंगे। वह 29 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, विदेश संबंध सचिव सुजाता मेहता और नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविन्द पनगढ़िया तथा अन्य वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों से नयी दिल्ली में मुलाकात करेंगे। फिजी के स्थाई प्रतिनिधि थॉमसन को संयुक्त राष्ट्र महासभा के आगामी 71वें सत्र के लिए जून में निर्वाचित किया गया था। वह भारत की यात्रा से पहले चीन की यात्रा कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार, आतंकवाद और सतत विकास लक्ष्य के मुद्दे थॉमसन और भारतीय नेतृत्व के बीच चर्चा के प्रमुख एजेंडे में शामिल होंगे। अकबरुद्दीन ने कहा, ‘सुरक्षा परिषद सुधार के संबंध में हमारा रुख यह है कि हम इसे एक अवसर के रूप में देखते हैं जहां भारत के पुनरुत्थान को वैश्विक शीर्ष स्थान पर इसकी जगह मिलेगी।’ उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पर भारत का ध्यान लंबे समय से लंबित सुधारों को हासिल करने की दिशा में एक प्रक्रिया रखने का है।
नई दिल्ली शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र इकाई के लंबे समय से लंबित सुधारों को जल्द पूरा करने के लिए प्रयासों का नेतृत्व कर रही है। अकबरुद्दीन ने कहा कि सुधार प्रक्रिया के संबंध में पांच महत्वपूर्ण मुद्दों में से दो पर हालांकि कुछ प्रगति हुई है, लेकिन ‘हमारी उम्मीद’ आगे जाने की है, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश शेष क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार केवल विस्तार के बारे में ही नहीं हैं, यह महज एक क्षेत्र है, बल्कि इसमें वीटो और कार्य विधियों में सुधार के अन्य मुद्दे भी शामिल हैं। अकबरुद्दीन ने कहा, ‘प्रगति हमेशा एक वर्ष से दूसरे वर्ष में बढ़ती रहती है।’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद और इस बढ़ रही बुराई से लड़ने के वैश्विक प्रयास भी चर्चा के केंद्र में होंगे।
अकबरुद्दीन ने अफगानिस्तान से तुर्की तक बढ़ते आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद का मुद्दा पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले इस साल अंतरराष्ट्रीय एजेंडे के रूप में सामने आया है। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर प्राथमिकता से ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है क्योंकि आतंकी घटनाओं की संख्या नाटकीय रूप से बढ़ी है और क्योंकि यह आम लोगों की जिन्दगी को भी प्रभावित कर रहा है। थॉमसन और भारतीय नेताओं के बीच चर्चा का तीसरा विषय सतत विकास लक्ष्यों के क्रियान्वयन का होगा।
भारतीय दूत ने कहा, ‘थॉमसन का मुख्य विचार सतत विकास लक्ष्यों को बढ़ावा देने के नवोन्मेषी उपायों को देखने का है।’ थॉमसन की भारत यात्रा ऐसे समय हो रही है जब कुछ ही सप्ताह बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सितंबर में वार्षिक आम चर्चा के लिए शहर में होंगी। अकबरुद्दीन ने कहा कि जब थॉमसन को 71वें सत्र के लिए अध्यक्ष चुना गया तो सुषमा ने उन्हें भारत यात्रा का आमंत्रण दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और फिजी के ऐतिहासिक रूप से बहुत अच्छे संबंध भी रहे हैं। भारत महासभा अध्यक्ष के कार्यालय की मदद करने में भी शामिल रहा है और हाल में इसने 250 हजार डॉलर की सहायता दी थी।

