अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में जो कुछ भी हुआ, वह पूरी दुनिया ने देखा। अमेरिका में जेलेंस्की को सम्मान नहीं मिला और उसके बाद वहीं से वह ब्रिटेन रवाना हो गए। हालांकि ब्रिटेन ने जेलेंस्की को गले लगाया। यूरोपीय देशों के राष्ट्राध्यक्षों का शिखर सम्मेलन हो रहा है। इसी में शामिल होने के लिए जेलेंस्की यूके पहुंचे हैं।

जेलेंस्की को किया गया चीयर

जेलेंस्की शनिवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट ऑफिस में पीएम कीर स्टार्मर के साथ बातचीत के लिए पहुंचे। इस दौरान वहां पर भीड़ भी मौजूद थी, जिसने उन्हें चीयर किया। स्टार्मर ने जेलेंस्की को गर्मजोशी के साथ रिसीव किया और गले लगाया।

स्टार्मर ने जेलेंस्की से कहा, “मुझे आशा है कि आपने सड़क पर लोगों को आपके लिए चीयर करते हुए सुना होगा। ये यूके के लोग हैं, जो इसलिए डाउनिंग स्ट्रीट आए हैं कि वे आपका कितना समर्थन करते हैं। यूके आपके और यूक्रेन के साथ खड़े होने के लिए संकल्पित है। यूक्रेन को यूके का पूरा समर्थन प्राप्त है। हम आपके और यूक्रेन के साथ हमेशा खड़े हैं।”

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वहीं व्हाइट हाउस में हुए घटनाक्रम के बाद यूरोप ने जेलेंस्की को एकतरफा समर्थन दिया है। कई यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है। पिछले तीन सालों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। हालांकि अब यूक्रेन को अमेरिका का समर्थन हासिल नहीं है।

जानें क्या है पूरा घटनाक्रम

जेलेंस्की अमेरिका दौरे पर थे और व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ उनकी बहस वैश्विक चर्चा का विषय बन गई है। असल में राष्ट्रपति ट्रंप चाहते थे कि हर कीमत पर यूक्रेन अब समझौते के लिए तैयार हो जाए, इसी वजह से जेलेंस्की को बुलाया गया था। लेकिन ट्रंप के साथ जेलेंस्की किसी भी तरह के समझौते को तैयार नहीं दिखे। सबसे ज्यादा बवाल उस समय हुआ जब बातचीत सीजफायर को लेकर शुरू हो गई।

अब इसी तीखी नोकझोंक के बाद दोनों ट्रंप और जेलेंस्की के रास्ते अलग हो गए थे। पहले तो साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की तैयारी थी, लेकिन इस विवाद के बाद जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से जाने के लिए कह दिया गया। बाद में फॉक्स न्यूज से बात करते हुए जेलेंस्की ने दो टूक बोला कि वे माफी नहीं मांगने वाले हैं, उन्होंने कुछ भी गलत नहीं बोला है। दूसरी तरफ ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की सिर्फ युद्ध चाहते हैं।