यूक्रेन के शहर बुचा में नरसंहार की भयानक तस्वीरें और क्रूरता की रोंगटे खड़े करने वाली कहानियां दुनिया को हिला दी हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक वहां खून की होली खेली गई और 300 से ज्यादा लाशें फेंक दी गईं। महिलाओं से लेकर छोटी-छोटी बच्चियों तक से दुष्कर्म किए गए। संयुक्त राष्ट्र संघ में चीन के राजदूत झांग जून ने कहा है कि बुचा में निहत्थे नागरिकों की हत्याएं की गईं। उन्होंने सभी पक्षों से जब तक यह साबित न हो जाए कि इस जनसंहार और क्रूरता का का जिम्मेदार कौन है, कोई भी निर्णय लेने से परहेज करने का आह्वान किया है।
राजदूत ने कहा है कि इस तरह के हमले अस्वीकार्य है। मंगलवार को यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग में उन्होंने कहा। “बुचा में नागरिकों की मौत की रिपोर्ट और तस्वीरें बहुत परेशान करने वाली हैं।”
चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिज़ान ने कहा कि चीन देश में ‘‘मानवीय संकट को कम करने वाली’’ सभी पहलों तथा उपायों का समर्थन करता है और ‘‘नागरिकों को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करना जारी रखने के लिए तैयार है।’’
यूक्रेन की राजधानी कीव के उपनगर बुचा से सामने आई नागरिकों के शवों की भयावह तस्वीरों तथा वीडियो के बाद रूस के बड़े समर्थक माने जाने वाले चीन पर दबाव और बढ़ गया है। चीन ने रूस के आक्रमण की निंदा किए बिना बातचीत का रास्ता अपनाने का आह्वान किया है।
चीन ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों का विरोध करते हुए अमेरिका तथा उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) पर यूक्रेन को हथियार भेजकर संघर्ष को बढ़ावा देने और रूस को उकसाने का आरोप लगाया है। झाओ की टिप्पणी संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग जून से मेल खाती है। जून ने भी बुचा में नागरिकों की मौत की खबरों तथा सामने आई तस्वीरों को ‘‘झकझोरने वाली’’ बताया था और जांच का आह्वान किया था।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि “रूसियों ने महिलाओं और बच्चों के साथ बलात्कार किया और उन्हें बेरहमी से गोली मार दी। और मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया गया।” कीव ओब्लास्ट शहर में मृतकों की संख्या सैकड़ों तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।” फिलहाल हमले के लिए जिम्मेदार माने जा रहे लेफ्टिनेंट कर्नल अज़ातबेक ओमुरबेकोव, जो 64 वीं सेपरेट मोटराइज्ड राइफल ब्रिगेड का नेतृत्व करते हैं, उन्होंने बुका पर कब्जा कर लिया है। वह इस नरसंहार से जुड़े पहले वरिष्ठ सैन्य अधिकारी हैं।
यूक्रेन के रिपोर्टर एवगेनी स्पिरिन ने कहा, “मारे गए कुछ बच्चों के हाथ बंधे हुए थे। वहां शिकारी कुत्ते थे।”
यूक्रेनी कार्यकर्ताओं और वेब जासूसों ने ओमुरबेकोव की सेना की मौजूदगी की पहचान की है, जो आम तौर पर कीव ओब्लास्ट के बजाय रूस के सुदूर पूर्व में स्थित हैं।