यूक्रेन में रूस द्वारा जारी हमलों के बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों को लेकर एक एडवाइजरी जारी करते हुए उन्हें रूस से निकलने की सलाह दी है। अपने नागरिकों के लिए परामर्श जारी करते हुए कहा कि रूस को लेकर कई देशों ने प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसमें हवाई क्षेत्रों पर प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। ऐसे में रूस छोड़कर अमेरिकी नागरिक स्वदेश लौटें।
बता दें कि कीव में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि किसी भी रास्ते पर जाने से पहले “सावधानीपूर्वक विचार” जरूर करें। इसके साथ ही दूतावास ने चेतावनी दी कि पोलैंड में अधिकांश सीमा क्रॉसिंग जो सीधे यूक्रेन के पूर्व में स्थित है वहां कभी-कभी 30 घंटे तक के बहुत लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में यात्रा से पहले विचार जरूर करें।
दरअसल रूस पर तमाम पश्चिमी देशों ने हवाई क्षेत्रों को लेकर प्रतिबंध लगाया है। इसको देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से अमेरिकी नागरिकों को स्वदेश लौटने की सलाह जारी की गई है। बता दें कि रूसी सेना लगातार यूक्रेन पर अपने हमले तेज कर रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर अपना कब्जा जमा लेगी।
वहीं भारत सरकार ने भी भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी के लिए अपने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन भेजेगी। बता दें कि सोमवार पीएम मोदी की अगुवाई में यूक्रेन संकट पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इसके बाद फैसला किया गया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भारत के विशेष दूत के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों का दौरा करेंगे।
ये सभी मंत्री यूक्रेन में भारतीय छात्रों की परेशानी और उनके स्वदेश लौटने के लिए समन्वय स्थापित करेंगे। बता दें कि इससे पहले यूक्रेन का एक वीडियो सामने आया है जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि वहां भारतीय छात्रों के साथ मारपीट की गई। इस वीडियो को कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है।
उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि भारत सरकार यूक्रेन में फंसे हुए लोगों के साथ उनके परिवारों से वहां से निकासी की विस्तृत योजना को तत्काल साझा करना चाहिए। हम अपने लोगों को इस तरह नहीं छोड़ सकते।