यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बड़ा दावा किया है। जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेनी सुरक्षाबलों ने कुर्स्क क्षेत्र में दो उत्तर कोरियाई सैन्य कर्मियों को पकड़ लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जेलेंस्की ने कहा कि घायल होने के बावजूद सैनिकों को कीव ले जाया गया है और अब वे यूक्रेन की सुरक्षा सेवा के साथ कम्युनिकेशन में हैं।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा, “हमारे सैनिकों ने कुर्स्क क्षेत्र में उत्तर कोरियाई सैन्यकर्मियों को पकड़ लिया है। हालांकि दो सैनिक घायल हो गए, लेकिन बच गए और उन्हें कीव ले जाया गया।” जेलेंस्की ने उत्तर कोरियाई सैन्यकर्मियों को सफलतापूर्वक पकड़ने के लिए यूक्रेन के विशेष अभियान बलों के गुट 84 के सैनिकों और पैराट्रूपर्स के प्रति आभार व्यक्त किया।
यूक्रेन का बड़ा दावा
जेलेंस्की ने ऑपरेशन में शामिल चुनौतियों पर प्रकाश डाला। रूसी सेना और उत्तर कोरियाई सैन्यकर्मी आम तौर पर संघर्ष में उत्तर कोरिया की भागीदारी के सबूत को रोकने के लिए अपने घायलों को मार देते हैं। उन्होंने कहा, “यह एक आसान काम नहीं था। रूसी सेना और अन्य उत्तर कोरियाई सैन्यकर्मी आमतौर पर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उत्तर कोरिया की भागीदारी के किसी भी सबूत को मिटाने के लिए अपने घायलों को मार डालते हैं। मैं विशेष अभियानों के सैनिकों का आभारी हूं। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के सैनिक, साथ ही हमारे पैराट्रूपर्स, जिन्होंने इन दो व्यक्तियों को पकड़ लिया, उनका आभार व्यक्त करता हूं।”
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जेलेंस्की ने कहा कि युद्धबंदियों के रूप में दो उत्तर कोरियाई सैनिकों को चिकित्सा सहायता मिल रही है और उन्होंने यूक्रेन की सुरक्षा सेवा को पत्रकारों को कैदियों तक पहुंचने की अनुमति देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “सभी युद्धबंदियों की तरह इन दोनों उत्तर कोरियाई सैनिकों को आवश्यक चिकित्सा सहायता मिल रही है। मैंने यूक्रेन की सुरक्षा सेवा को पत्रकारों को इन कैदियों तक पहुंच प्रदान करने का निर्देश दिया है। दुनिया को इस बारे में सच्चाई जानने की जरूरत है कि क्या हो रहा है।”
यूक्रेनी और पश्चिमी आकलन के अनुसार लगभग 11,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किया गया था, जहां अगस्त 2024 में सीमा पार घुसपैठ करने के बाद यूक्रेनी बलों ने क्षेत्र के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था। इससे पहले 22 दिसंबर, 2024 को यूक्रेनी सेना ने कहा था कि सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार रूस के लिए लड़ने वाले कोरियाई सैनिकों को रूसी नाम और जन्मस्थान के साथ नकली सैन्य दस्तावेज दिए गए थे। पढ़ें पुतिन ने समझौते के लिए जेलेंस्की के सामने रखी ये शर्त