Omicron Vaccine: ब्रिटेन ओमिक्रॉन वेरिएंट के लिए वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। इसी के साथ ब्रिटेन ऑमिक्रॉन वेरिएंट के लिए वैक्सीन बनाने वाला पहला देश बन गया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि ब्रिटेन के दवा नियामक (एमएचआरए) ने मॉडर्न द्वारा बनाए गए ‘द्विसंयोजक’ टीके को वयस्कों के लिए बूस्टर के रूप में मंजूरी दे दी गई है। एजेंसी ने बताया कि वैक्सीन क्लिनिकल परीक्षण डेटा पर आधारित थी, जिसमें दिखाया गया था कि बूस्टर ने ओमिक्रॉन (बीए.1) और मूल 2020 वायरस दोनों के खिलाफ “एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया शुरू की।
ब्रिटेन के ड्रग रेगुलेटर ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि उसने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ अपडेटेड मॉडर्ना वैक्सीन को मंजूरी दी है। ये ओमिक्रॉन वेरिएंट के साथ-साथ कोरोना वायरस के मूल रूप पर भी कारगर सिद्ध हुई है। इस तरह से ओमिक्रॉन वेरिएंट को टारगेट करने वाली मॉडर्ना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला ब्रिटेन पहला देश बन गया। मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसने एडल्टस् के लिए इसके बूस्टर खुराक के लिए टीके को मंजूरी दे दी थी।
मॉडर्ना वैक्सीन ने ब्रिटेन नियामक की सभी कसौटियों जैसे उसकी सुरक्षा, गुणवत्ता और प्रभावशीलता के मानकों पर खरी उतरी है। इसके साथ ही इस वैक्सीन से ओमिक्रॉन वेरिएंट के साथ-साथ वायरस के मूल रूप के खिलाफ भी मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के बेहतरीन संकेत मिले हैं।
यूरोप में बढ़े Omicron Varient की वजह से केस
MHRA के सीईओ जून राइन ने मीडिया से बातचीत में बताया, परीक्षण के आंकड़ों से इस बात का पता चला है कि इस वैक्सीन ने दो ओमिक्रॉन सबवेरिएंट, बीए.4 और बीए.5 के खिलाफ असरदार पाया गया था. कोरोना के इन नए वेरिएंट्स की वजह से यूरोप और अमेरिका में कोरोना के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी।
मॉडर्न के साइड इफेक्ट भी पहले के COVID Vaccine जैसी
मॉर्डना वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी पहले की मूल मॉर्डना वैक्सीन की तरह से ही हैं। जून राइन ने बताया, “ब्रिटेन में इस्तेमाल की जा रही कोविड वैक्सीन इस बीमारी से सुरक्षित रखती है और इसके उपयोग से लोगों में जान जाने का खतरा न के बराबर होता है। कोरोना दिनो ब दिन नए-नए वेरिएंट के साथ विकसित हो रहा है ऐसे में इस वैक्सीन का फायदा भी लोगों मिलेगा।
खत्म नहीं हुई है Corona महामारी
कोविड की महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। लोगों ने वैक्सीन लगवा कर अस्पताल में भर्ती होने के मामलों में कमी जरूर लाई है लेकिन महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। वैक्सीनेशन के बाद से पूरी दुनिया में मौतों के आंकड़ों में कमी आई है। अभी तक पहले वेरिएंट को लेकर वैक्सीन बनाई जा रही थी लेकिन अब अपडेटेड वैक्सीन भी आएगी। इसके पहले WHO ने जुलाई में चेतावनी दी थी कि ओमिक्रॉन सबवेरिएंट्स के बढ़ते प्रसार से कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं होने वाली है।