पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर हमला किया, जिसमें सेना के कर्नल रैंक के एक अधिकारी और एक जवान की मौत हो गई। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर ने एक बयान में कहा कि यह मुठभेड़ रविवार को प्रांत के बलोर क्षेत्र में उस वक्त हुई जब सुरक्षा बलों को एक आतंकवादी समूह की गतिविधि के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी।
जिस आतंकी समूह को सेना काबू करने की कोशिश कर रही थी वो होशाब क्षेत्र में आईईडी लगाने के अलावा सुरक्षा बलों और नागरिकों पर गोलीबारी की कई घटनाओं में शामिल थे। सेना ने अपने एक दस्ते को आतंकियों को पकड़ने का जिम्मा दिया। मुठभेड़ में सेना के कर्नल रैंक के एक अधिकारी और एक जवान की मौत हो गई, जबकि एक अन्य जवान घायल हुआ है। हमले की जिम्मेदारी तत्काल किसी संगठन ने नहीं ली है।
बलूचिस्तान में सक्रिय हैं कई आतंकी गुट
बलूचिस्तान एक अशांत प्रांत है। यहां के लोग पहले अपने लिए राष्ट्रीय संसाधनों में बड़ा हिस्सा मांगते थे। लेकिन समय के साथ उनकी लड़ाई अपनी आजादी को लेकर होती चली गई। अक्सर सुरक्षा बलों से आतंकियों की मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं। शनिवार को भी आतंकियों से मुठभेड़ नें पुलिस के तीन जवानों के साथ एक सैन्य कर्मी मारा गया था। इस प्रांत में छोटे बड़े कई आतंकी गुट सक्रिय हैं।
अभी हाल ही में बलूचिस्तान की जेल से डेढ़ दर्जन से ज्यादा कैदी फरार हो गए थे। जेल प्रशासन ईद की नमाज को लेकर चाक चौबंद था। इसी दौरान कैदियों ने सुनियोजित तरीके से पहले बवाल किया और फिर वो भाग निकले। अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लग सका है। पाक सरकार का मानना है कि बाहरी मदद से इन कैदियों ने जेल से फरारी को अंजाम दिया। ये जेल ईरान की सीमा के नजदीक है। माना जा रहा है कि कैदी पाकिस्तान की सीमा को पार करके दूसरे देश में जा चुके हैं। जो कैदी फरार हुए उनमें आतंकियों के साथ संगीन मामलें में शामिल अपराधी हैं।