ताइवान की सीमा पर फिर से तनाव बढ़ गया है। ताइवान सरकार का दावा है कि चीन ने 24 फाइटर प्लेन उसकी तरफ रवाना किए हैं। इनमें से 10 उस Median Line के पार भी आए जो दोनों देशों को विभाजित करती है। ताइवान का कहना है कि अगर चीन ने कोई हरकत की तो वो भी जवाबी हमले के लिए तैयार है। उसने भी अपनी एयरफोर्स के अलर्ट पर रखकर कुछ विमानों को Median Line की तरफ रवाना किया है। ताइवान का कहना है कि चीन का नौसेना बेड़ा भी उसकी सीमा की तरफ का रुख कर रहा है। लेकिन वो किसी भी धमकी से डरने वाला नहीं है।

जानते हैं दोनों देशों के बीच तनाव की क्या है वजह

ताइवान 1661 तक नीदरलैंड्स का उपनिवेश था। लेकिन बाद के दौर में एक समझौते के तहत चीन का राजवंश 1683 से 1895 तक ताइवान पर शासन करता रहा। 1895 में जापान के हाथों चीन की हार के बाद ताइवान जापान के हिस्से में आ गया। दूसरे विश्व युद्ध में जापान की हार के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने तय किया कि ताइवान को चीन को सौंप देना चाहिए। 1980 के दशक में दोनों के रिश्ते बेहतर होने शुरू हुए। तब चीन ने वन कंट्री टू सिस्टम के तहत ताइवान के सामने प्रस्ताव रखा। अगर वो अपने आपको चीन का हिस्सा मान लेता है तो उसे स्वायत्तता प्रदान कर दी जाएगी। अलबत्ता ताइवान ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो दोनों देशों के बीच फिर से तनाव चरम पर पहुंचना शुरू हो गया।

तनाव तब और ज्यादा बढ़ा जब साल 2000 में चेन श्वाय बियान ताइवान के राष्ट्रपति चुने गए जिन्होंने खुलेआम ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन किया। ये बात चीन को ठीक नहीं लगी। तब से ताइवान और चीन के संबंध तनावपूर्ण ही हैं। इसमें और तीखापन तब आया जब डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। उन्होंने ताइवान की तत्कालीन राष्ट्रपति से बात की। इसे अमरीका की ताइवान को लेकर चली आ रही नीति में बड़े बदलाव के संकेत के तौर पर देखा गया। हालांकि 1979 में अमरीका ने माना था कि वो ताइवान को चीन के हिस्से के रूप में देखेगा।

1996 में चीन ने किया मिसाइल परीक्षण तो चरम पर पहुंच गया तनाव

ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच सबसे ज़्यादा तनाव तब देखा गया जब साल 1996 में ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव को अपने तरीके से प्रभावित करने के लिए चीन ने मिसाइल परीक्षण किए। इसके जवाब में तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने अमेरिकी ताकत का प्रदर्शन किया। इसे वियतनाम युद्ध के बाद एशिया में सबसे बड़ा अमेरिकी सैन्य प्रदर्शन कहा गया।