सीरिया में जारी संकट के बीच ट्विटर पर जीवन का हाल बयां कर सुर्खियों में आने वाली अलेप्पो की सात वर्षीया बच्ची बाना अलाबेद ने एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति से सवाल किया है। उसने एक ताजा वीडियो में दुनिया के ‘सबसे ताकतवर’ देश के राष्ट्रपति से पूछा है कि क्या वह कभी लगातार 24 घंटे भूखे प्यासे रहे हैं? अलाबेद ने ट्वीट कर पूछा, “क्या कभी ऐसा हुआ कि आप लगातार 24 घंटे बिना कुछ खाए और बिना पानी पिए रहे? जरा सीरिया के शरणार्थियों और बच्चों के बारे में सोचिए।” इससे पहले अलाबेद ने ट्रंप के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका ‘आव्रजन प्रतिबंध बुरे लोगों को देश से बाहर रखने के लिए है।’ इस पर अलाबेद ने सवाल किया था, “क्या मैं आतंकवादी हूं?”

ट्रंप ने हाल ही में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत सात मुस्लिम बहुल देशों ईरान, इराक, सीरिया, यमन, सूडान, सोमालिया, लीबिया के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध के तुरंत बाद अलाबेद ने ट्वीट किया, “डियर मिस्टर ट्रंप, शरणार्थियों पर प्रतिबंध लगाना बुरा है। यदि यह अच्छा है तो मेरे पास आपके लिए एक विचार है। अन्य देशों को शांतिपूर्ण बनाएं।” अलाबेद अपनी मां फातिमा की मदद से ट्वीट व वीडियो साझा करती है। वह युद्ध-ग्रस्त सीरिया के अलेप्पो में जीवन के हाल का बयां अपने ट्वीट व वीडियो के माध्यम से करती है। वे सीरिया में संघर्ष और इसके कारण लोगों के तबाह हुए जीवन के बारे में मार्मिक ट्वीट करती रहती हैं, जिसके कारण सितंबर 2016 से ट्विटर पर उनके 3,66,000 फॉलोअर्स हो गए हैं। उन्होंने इस दौरान अपने घर के तबाह होने की कहानी भी बयां की।

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (1 फरवरी) को कहा कि सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों को अमेरिका की यात्रा से रोकने के उनके फैसले का मकसद ‘बुरे लोगों’ को अमेरिका से बाहर रखना है। ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘हर कोई दलील दे रहा है कि यह प्रतिबंध है या नहीं। आप जो चाहते हैं वो कहिए, लेकिन यह बुरे लोगो को अमेरिका से बाहर रखने के लिए किया गया है।’ इससे पहले व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने इस बात को खारिज कर दिया कि ट्रंप ने प्रतिबंध लगाया है। वैसे, ट्रंप और स्पाइसर दोनों ने हाल ही में जारी कार्यकारी आदेश को प्रतिबंध बताया था। ट्रंप के विवादित कार्यकारी आदेश के अनुसार ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के लोगों के अमेरिका में दाखिल होने पर रोक रहेगी।

इससे पहले सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध के शासकीय आदेश का बचाव करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देकर कहा था कि ‘यह प्रतिबंध मुस्लिमों पर नहीं है’ जैसा कि मीडिया द्वारा गलत प्रचार किया जा रहा है। ट्रंप ने शुक्रवार (27 जनवरी) को उस आदेश पर हस्ताक्षर किए थे जिसके चलते सीरिया के शरणार्थियों समेत छह अन्य देशों के लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर पाबंदी लग गई। उनके इस कदम की खासी आलोचना हुई। इन सात देशों में इरान, ईराक, लीबिया, सूडान, यमन, सीरिया और सोमालिया हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह मुस्लिमों पर प्रतिबंध नहीं है जैसा कि मीडिया गलत प्रचार कर रहा है। यह धर्म के बारे में भी नहीं है। यह आतंकवाद और हमारे देश को सुरक्षित रखने को लेकर है। दुनिया भर में 40 से अधिक देश मुस्लिम बहुल हैं जो इस आदेश से प्रभावित नहीं होंगे।