सीरियाई विद्रोहियों के कब्जाए गए पूर्वी दमिश्क में रविवार को हुई बमबारी में 45 लोग मारे गए। बमबारी का शिकार एक स्कूल भी बना। सीरियाई मानवाधिकार वेधशाला ने कहा कि शासन के बलों की ओर से दागे गए रॉकेट दुमा, हरास्ता, साक्बा और अरबिन में गिरे। ये इलाके विपक्ष के नियंत्रण वाले पूर्वी घोउटा क्षेत्र में आते हैं। वेधशाला प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा कि शहरों पर हवाई हमले भी बोले गए।
लेकिन यह साफ नहीं था कि ये हमले सीरियाई युद्धक विमानों ने बोले या फिर रूसी। उन्होंने कहा कि मरने वालों में 10 बच्चे और चार महिलाएं शामिल थीं। दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। अब्देल ने कहा कि दुमा में हुए हवाई हमलों में से एक हमला एक स्कूल के पास हुआ जिसमें स्कूल प्राचार्य की मौत हो गई। सूत्रों के मुताबिक लोग बच्चों को दोउमा की ध्वस्त इमारतों के मलबे पर से लेकर गए।
दोउमा की सड़कों पर मलबा और कांच के टुकड़े बिखरे पड़े हैं। कार्यकर्ताओं के एक समूह ने दुमा की ध्वस्त इमारतों और अस्थायी अस्पताल में खून से लथपथ पड़े बच्चों की तस्वीरें फेसबुक पर साझा कीं। रहमान ने कहा कि एक विद्रोही लड़ाका भी बमबारी में मारा गया। सरकारी बल नियमित रूप से पूर्वी घोउटा पर बमबारी करते हैं और विद्रोही राजधानी में अकसर रॉकेट और मोर्टार दागते हैं।