स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन समेत उनकी सरकार के कई वरिष्ठ सदस्यों को कोविड-19 दिशानिर्देशों की अनदेखी करते हुए पकड़ा गया है। प्रधान मंत्री स्टीफन लोफवेन और विधि मंत्री मॉर्गन जोहानसन इस सप्ताह स्वीडिश मीडिया में उन लोगों में शामिल थे, जो यह कहते थे कि यदि देश को कोरोनोवायरस पर लगाम लगाना है तो उनका पालन करना चाहिए।

इसके बावजूद पीएम खुद बिना फेस मास्क के मॉल में क्रिसमस की शॉपिंग पर निकल गए। लोफवेन के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनकी क्रिसमस की खरीदारी यात्राओं में शराब की खरीद और उनकी पत्नी के लिए एक उपहार शामिल है। पीएम इस दौरान घड़ी रिपेयर करने वाली दुकान पर भी गए। उन्होंने अपने रेजर के लिए स्पेयर पार्ट्स की जरूरत थी। उनकी सबसे हाल का शॉपिंग टूर 23 दिसंबर को था। मीडिया में खबर सामने आने के बाद उनकी खूब आलोचना हो रही है।

सोशल मीडिया पर लोग उन पर गुस्सा निकाल रहे हैं। मालूम हो कि पीएम स्टीफन लोफवेन ने खुद ही देश के नागरिकों से फेस्टिव सीजन से पहले इस तरह की सैर से बचने की अपील की थी। पीएम के प्रवक्ता ने उनके शॉपिग टूर की बात को स्वीकार किया है। प्रवक्ता ने बताया कि इस टूर में अनावश्यक जोखिम से बचने के लिए “सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई” थी।

मालूम हो कि स्वीडन कोरोना संकट से निपटने खुद ही असहज स्थिति का सामना कर रहा है। देश ने शुरू में अपनी नो-लॉकडाउन रणनीति का बचाव किया था।  लोफवेन अब संसद को मनाने की कोशिश कर रहा है कि वह उसे पूर्ण लॉकडाउन लगाने की पावर दे। मालूम हो कि स्वीडन में कोरोना से अब तक 8500 लोगों की जान जा चुकी है।

यह पड़ोसी देश डेनमार्क से सात गुना अधिक है। लोफ़वेन की शॉपिंग टूर की ट्विटर पर आलोचना हो रही है। देश के कई जाने-माने राजनीतिक टिप्पणीकारों ने चेतावनी दी कि इस घटना से मतदाताओं को पीएम की विश्वसनीयता पर खतरा है।

स्वीडन के सबसे बड़े मॉर्निगं न्यूजपेपर डैगेन्स न्येथर ने मंगलवार शाम को प्रकाशित संपादकीय में लिखा कि अगर प्रधानमंत्री और न्याय मंत्री भी ऐसा न करें तो नियमों का पालन किसे करना चाहिए? अन्य सरकारी सदस्यों ने भी कथित तौर पर कोविड-19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है।

इनमें स्वीडन के वित्त मंत्री मैग्डेलेना एंडरसन, अफटनब्लैडेट शामिल हैं। अखबार के मुताबिक, वह लोकप्रिय स्वीडिश शीतकालीन रिसॉर्ट सालन में एक स्की किराये की दुकान में देखे गए थे। यह उन स्थानों की सूची में है, जहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने नहीं जाने की चेतावनी दी है।