पाकिस्तान के लाहौर शहर में एक लोकप्रिय पार्क में रविवार को हुए तालिबान के भीषण आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या 72 हो गई। हमले के समय पार्क में ईसाई लोग ईस्टर मना रहे थे। यहां इकबाल कस्बा क्षेत्र के गुलशन ए इकबाल पार्क में बड़ी संख्या में ईसाई लोग मौजूद थे जिनमें से अनेक इस आतंकी हमले में मारे गए और 300 लोग घायल हैं।
लाहौर के पुलिस उपनिरीक्षक हैदर अशरफ ने बताया, ‘‘यह एक जोरदार धमाका था। संदेह है कि पार्क के मेन गेट के पास आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। शुरुआती सूचनाओं के मुताबिक यह एक आत्मघाती विस्फोट था।’’ विस्फोट शहर के केंद्र के निकट एक पॉश इलाके में गुलशन-ए-इकबाल पार्क में हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पार्क में रक्त और अंगों के हिस्से बिखरे पड़े थे। वहां पर रविवार शाम महिला और बच्चों समेत बड़ी संख्या में पारिवारिक लोग मौजूद थे। यह पार्क लाहौर में पॉश इलाके में स्थित है। इसी शहर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का घर है। इसे अपेक्षाकृत शांत इलाका माना जाता है।
पंजाब आपात सेवा बचाव ‘1122’ की प्रवक्ता दीबा शहनाज ने बताया, ‘‘अभी भी काफी लोगों की स्थिति नाजुक बनी हुयी है।’’ उन्होंने बताया कि 100 से ज्यादा घायलों को लाहौर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। लाहौर के सभी अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा की गयी है। घायलों को रक्तदान के लिए लोगों से अपील की गयी है। मृतकों में महिलाएं एवं बच्चे भी हैं।
मायो अस्पताल में पीड़ितों में से एक सलीम शाहिद ने कहा, ‘‘जब जोरदार विस्फोट हुआ मेरे दो बच्चे झूले पर थे। बच्चे और मैं जमीन पर गिर गया। मैं अर्द्धमूर्छित हो गया। जब चेतना आयी तो मैं बच्चों की तलाश में भागा। उपर वाले का शुक्र है वे जीवित हैं और उनके माथे पर चोट आयी।’’ इलाके को पुलिस की भारी टुकड़ी ने घेर लिया है।