भारत के पड़ोसी देश नेपाल में रविवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई। नेपाल की राजधानी काठमांडू से 147 किलोमीटर दूर भूकंप का केंद्र पाया गया। हालांकि अभी तक किसी की जान माल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है। भूकंप के झटके रविवार सुबह 7:58 बजे महसूस किए गए। काठमांडू से दक्षिण पूर्व की ओर 147 किलोमीटर दूर भूकंप का केंद्र पाया गया।
बता दें कि आज रविवार है छुट्टी का दिन है। इसलिए लोग अपने घरों में थे। जैसे ही लोगों को भूकंप के झटके महसूस हुए, तुरंत लोग अपने घरों से बाहर निकल कर आ गए। हालांकि भूकंप के कारण नुकसान की खबर नहीं आई है।
वहीं नेपाल में भूकंप के झटकों का असर बिहार में भी दिखा। बिहार में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए। बिहार के सीमांचल के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत-नेपाल से सटे जिलों मधुबनी, समस्तीपुर, अररिया, कटिहार, सीतामढ़ी में सुबह 7.58 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। हालांकि इसकी वजह से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
करीब 6 दिन पहले भी नेपाल के नागरकोट में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि इसकी तीव्रता 4.1 मापी गई थी और उससे भी किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ था। पिछले वर्ष सितंबर 2020 में भी नेपाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे और इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई थी। सबसे बड़ी बात जब नेपाल में भूकंप के झटके आते हैं, तो उसका असर भारत में भी दिखाई देता है और बिहार के कई जिलों में भी झटके महसूस किए जाते हैं।
बता दें कि पिछले कुछ सालों में नेपाल में कई बार भूकंप के झटके आए हैं और नेपाल को काफी नुकसान हुआ है। अप्रैल 2015 में नेपाल में भूकंप के झटकों से सैकड़ों लोग की मौत हुई थी और करीब 22000 लोग हादसे में घायल हुए थे। भूकंप का झटका इतना तेज था कि इसका असर भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी दिखाई दिया था और नुकसान की भी खबर आई थी।