साउथ कोरिया में पिछले कुछ सप्ताहों में तीन राष्ट्रपति बदले जा चुके हैं लेकिन देश में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। इस बीच दक्षिण कोरियाई जांचकर्ता यून सुक योल को अल्पकालिक मार्शल लॉ लागू करने के मामले में गिरफ्तार करने के लिए वारंट लेकर राष्ट्रपति निवास पर पहुंचे, लेकिन उन्हें राष्ट्रपति सुरक्षा कर्मचारियों के प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा सेवा के साथ घंटों तक चली तनातनी के बाद, जांचकर्ता यून को गिरफ्तार करने में असफल हुए।
दक्षिण कोरिया के जांचकर्ता महाभियोग का सामना कर रहे देश के राष्ट्रपति यून सुक योल को राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा के साथ लगभग छह घंटे के गतिरोध के बाद भी हिरासत में नहीं ले सके। देश की भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी ने कहा कि उसके जांचकर्ताओं को यून के आधिकारिक आवास में प्रवेश करने से रोक दिया गया जिसके बाद उन्हें सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण वापस बुला लिया गया है। एजेंसी ने कहा कि वह उनके रवैये पर खेद व्यक्त करती है जिन्होंने कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया।
यून सुक योल उनसे पूछताछ की जांचकर्ताओं की कोशिश को पिछले कई हफ्ते से विफल कर रहे हैं। यून आखिरी बार 12 दिसंबर 2024 को अपने आवास से बाहर निकले थे। उस समय वह निकट स्थित राष्ट्रपति कार्यालय गए थे और उन्होंने टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि वह उन्हें हटाने के प्रयासों का विरोध करेंगे।

South Korea: पिछले कुछ हफ्तों से यून सुक को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी हैं जांच एजेंसियां
जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि तीन दिसंबर को यून द्वारा लगाया गया अल्पकालिक ‘मार्शल लॉ’ विद्रोह के समान है या नहीं। राष्ट्रपति यून उनकी नीतियों को विपक्ष के प्रभुत्व वाली संसद द्वारा अवरुद्ध किए जाने से हताश थे और इसीलिए उन्होंने तीन दिसंबर को ‘मार्शल लॉ’ लागू कर दिया और ‘नेशनल असेंबली’ को घेरने के लिए सेना भेज दी। संसद ने कुछ ही घंटों बाद इस घोषणा को सर्वसम्मति से निष्प्रभावी कर दिया।
दक्षिण कोरिया में अल्पकालिक मार्शल लॉ लागू करने का आदेश देने पर ‘नेशनल असेंबली’ में राष्ट्रपति यून सुक योल के खिलाफ लाया गया महाभियोग का प्रस्ताव 14 दिसंबर 2024 को पारित हो गया था। उन पर विद्रोह का आरोप लगाया गया है।
आधिकारिक आवास से यून को गिरफ्तार करना कठिन
दक्षिण कोरियाई भ्रष्टाचार रोधी अधिकारियों और सरकारी अभियोजकों ने इस घटनाक्रम की अलग-अलग जांच शुरू की। सियोल की एक अदालत ने यून को हिरासत में लेने के लिए मंगलवार को वारंट जारी किया था लेकिन जब तक वह अपने आधिकारिक आवास में हैं, तब तक इसे लागू करना जटिल है। यून के वकीलों ने गुरुवार को वारंट को चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि कानून के अनुसार, सैन्य गोपनीय दस्तावेजों से जुड़े स्थानों की उसके प्रभारी की सहमति के बिना तलाशी नहीं ली जा सकती। इसी कानून के तहत वारंट की यून के आवास पर तामील नहीं की जा सकती।
यून के कार्यालय ने कहा कि वह आगे की कार्रवाई पर विचार करेगा लेकिन उसने अभी यह नहीं बताया कि वह यून योल को हिरासत में लेने का एक और प्रयास करेगा या नहीं। यून को हिरासत में लेने का वारंट एक हफ्ते के लिए वैध है। अगर जांचकर्ता यून को हिरासत में लेने में सफल हो जाते हैं, तो वे उनकी औपचारिक गिरफ्तारी के लिए अदालत से अनुमति मांगेंगे। नहीं तो उन्हें 48 घंटे के बाद रिहा कर दिया जाएगा।
South Korea: सुरक्षा एजेंसियों और समर्थकों ने राष्ट्रपति आवास के बाहर बनाया घेरा
शुक्रवार को हज़ारों पुलिसकर्मियों को यून के आवास के आस-पास तैनात किया गया और उन्होंने यून समर्थक प्रदर्शनकारियों के चारों ओर घेरा बना लिया। कड़ाके की ठंड के बावजूद यून के आवास पर बड़ी संख्या में एकत्र प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी झंडे लहराए और राष्ट्रपति के समर्थन में नारे लगाए। हालांकि, किसी बड़ी झड़प की कोई रिपोर्ट नहीं मिली। जांचकर्ताओं के यून को हिरासत में लेने के लिए उनके आवास पहुंचने के बाद कई घंटों तक गतिरोध की स्थिति बनी रही। पढ़ें- Year Ender 2024: बीते साल दुनियाभर में हुईं यह बड़ी घटनाएं
(With AP Input)