ईद की नमाज के दौरान पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत की जेल में कुछ वैसा ही सीन दिखा जैसा बॉलीवुड की फिल्मों में दिखता है। हालांकि एक्शन काफी कुछ ऐसा था जो हॉलीवुड में ही देखा गया है। इधर जेल का स्टाफ नमाज अदा करवा रहा था उधर कैदी जेल की दीवार को लांघने की मन बनाए बैठे थे। जेल की पुलिस को जब पता चला तो कैदियों को रोकने की कोशिश भी की। एक कैदी मारा भी गया। लेकिन 17 जेल के बाहर पहुंच ही गए। माना जा रहा है कि कैदियों की फरारी का प्लान पहले से तैयार था। जेल के बाहर उनके कुछ दोस्त तैयार थे, जो उन्हें अपने साथ ले गए।

फिलहाल कैदियों की तलाश के लिए अभियान छेड़ दिया गया है। पाकिस्तान की सेना को भी कैदियों की तलाशी का जिम्मा दिया गया है, क्योंकि जेल जिस जगह पर स्थित है वो ईरान की सीमा के बेहद करीब है। अंदेशा है कि प्री प्लानिंग के तहत सारे कैदी पाकिस्तान की सीमा को क्रास कर गए।

कैदियों को रोकने की कोशिश में कई जेल गार्ड जख्मी, 1 कैदी भी मारा गया

पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक बलूचिस्तान प्रांत की चमन जेल से बकरीद की नमाज के दौरान 17 कैदी फरार हो गए जबकि एक कैदी की जेल के सुरक्षाकर्मियों द्वारा चलायी गयी गोली लगने से मौत हो गई। बलूचिस्तान के कारागार महानिरीक्षक मलिक शुजा कासी ने बताया कि हिंसा और गोलीबारी में कुछ पुलिस गार्ड और कैदी घायल भी हुए हैं। कासी ने बताया कि घटना बृहस्पतिवार की है जब जेल परिसर के भीतर खुले स्थान में बकरीद की नमाज पढ़ी जा रही थी।

कैदियों को भागने में मिली कोई बाहरी मदद

कारागार महानिरीक्षक ने बताया कि इन कैदियों ने जेल से भागने की योजना बनाई और बकरीद की नमाज के दौरान उसे अंजाम दिया। बकरीद की नमाज के लिए जब उन्हें बैरकों से बाहर निकलने दिया गया तो उन्होंने पुलिस गार्ड पर हिंसक तरीके से हमला कर दिया। कासी ने कहा कि इसी हंगामे और हिंसा के दौरान जेल के सुरक्षाकर्मियों द्वारा चलायी गई गोली लगने से एक कैदी की मौत हो गई जबकि 17 अन्य भागने में सफल रहे।

उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि जेल से भागने में उन्हें बाहरी मदद मिली है। फिलहाल फरार कैदियों की सूची तैयार की गई है। जो कैदी भागे हैं उनमें से कुछ आतंकवादी गतिविधियों के सिलसिले में जेल में बंद थे।