रूस और यूक्रेन युद्ध का रूसी अरबपतियों को करारा झटका लगा है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक रुसी राष्ट्रपति व्लामिदिर पुतिन के सेना को यूक्रेन पर आक्रमण करने के आदेश देने के बाद से दुनिया के 500 सबसे आमिर लोगों में शामिल रूसी लोगों को 83 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
रूसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट: रूस यूक्रेन युद्ध का सबसे बड़ा प्रभाव रूसी कंपनियों पर पड़ा है। अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन से प्रतिबंध लगने के बाद रूसी कंपनियों के शेयर में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। रूस के सबसे बड़े गैस प्रोड्यूसर नोवटेक और सबसे बड़ी स्टील कंपनी सेवरस्टल के शेयर में 50 फीसदी तक की गिरावट आई।
यूरोपीय यूनियन इन लोगों पर लगाया प्रतिबंध: यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देश रूस के सबसे अमीर लोगों के खिलाफ लगातार प्रतिबंध लगा रहे हैं। इन लोगों में रूस के मेटल टायकून अलीशर उस्मानोव, अल्फा ग्रुप के ओनर्स मिखाइल फ्रिडमैन व पेट्र एवेन और स्टील मैग्नेट एलेक्सी मोर्दाशोव शामिल है। माना जा रहा है कि इन लोगों पर प्रतिबंध लगाने का असर पुतिन के लंबे समय तक प्रवक्ता रहे देमित्री पेस्कोव और रूसी सेना के कुछ वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की संपत्तियों पर भी पड़ेगा।
यूक्रेन रूस युद्ध से आई संपत्ति में बड़ी गिरावट: ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में कुल 22 रूसी अरबपति शामिल है। इनमें से सबसे ज्यादा नुकसान लुकोइल पीजेएससी के चेयरमैन वागिट एलेकपेरोव का हुआ है। इनकी संपत्ति में 13 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। गेनेडी टिमचेंको, जिन पर यूनाइटेड किंगडम में सबसे पहले प्रतिबंध लगाया था। उन्हें 10.6 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। जबकि नोवटेक कंपनी के शेयरहोल्डर लियोनिड मिखेलसन की संपत्ति में 10.2 बिलियन डॉलर की कमी देखी गई है।अब्रामोविच में 5 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है।
Swift से रूस को बाहर करने की मांग: सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक टेलीकम्युनिकेशन (स्विफ्ट) से रूस को बाहर करने की मांग दुनिया में अलग-अलग देश कर रहे हैं। यदि रूस स्विफ्ट से बाहर होता है तो रूसी अर्थव्यवस्था को एक बड़ा झटका लग सकता है। इससे पहले ईरान को परमाणु संधि का पालन ना करने पर स्विफ्ट से बाहर किया गया था। जिसके चलते ईरान के विदेशी व्यापार में 30 फीसदी तक की कमी आ गई थी।