रूस में विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी की अचानक तबितय बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप लगाया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साजिश तहत यह कराया है। हालांकि अस्पताल ने फिलहाल इस बात से इनकार किया है कि नवेलनी को जहर दिया गया है। रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवालनी गुरुवार को विमान के शौचालय में अचानक बीमार होने के बाद बेहोश हो गए और अब कोमा की अवस्था में वेंटिलेटर प्रणाली पर हैं।

रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी गुरुवार को विमान के शौचालय में अचानक बीमार होने के बाद बेहोश हो गए और अब कोमा की अवस्था में वेंटिलेटर प्रणाली पर हैं। नवेलनी लंबे समय से रूस में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। 44 वर्षीय नवेलनी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कड़े आलोचक हैं। हाल ही में रूस में हुए संविधान संशोधन को लेकर भी उन्होंने विरोध किया था।

नवेलनी को कई बार जेल भी जाना पड़ा था। साल 2011 में उन्होंने पुतिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि पुतिन ने चुनाव में धांधली की है और बड़े स्तर पर वोटों की हेराफेरी की है। इस आरोप के बाद नवेलनी को 15 दिन के लिए हिरासत में रखा गया था। वहीं, 2013 में खुद नवेलनी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और वह इस संबंध में जेल भी गए थे। उनपर साल 2017 में भी हमला हुआ था। नवेलनी के यूट्यूब पर 3.79 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। ट्विटर पर लगभग ढाई मिलियन फॉलोवर्स हैं। एलेक्सी अपने ब्लॉग, यू ट्यूब और ट्विटर पर लगातार वीडियो और कई चीजें पोस्ट करते रहते हैं।

रूस में जहर देने के आरोप का यह मामला पहली बार सामने नहीं आया है इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आएं हैं। मसलन, सोवियत की खुफिया एजेंसी केजीबी, जो सोवियत के टूटने के बाद रूस की एफएसबी बन गई, के पूर्व एजेंट कर्नल एलेक्सजेंडर लितविनेंको वर्ष 2000 में रूस से बगावत कर लंदन चले आए थे। लंदन आने के 6 साल बाद उनकी चाय में रेडियोधर्मी पोलोनियम-210 मिला दी गई। इस चाय को पीने के बाद वे बुरी तरह बीमार पड़ गए और 3 हफ्ते बाद उनकी मौत हो गई।