रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है। इसको खत्म कराने को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 18 अगस्त को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा कि लोग मारे जा रहे हैं और मैं युद्ध को रोकना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की और पुतिन दोनों ही युद्ध खत्म करना चाह रहे हैं।

भारत-पाकिस्तान सीजफायर का क्रेडिट लेते रहे हैं ट्रंप

हालांकि इस बैठक के दौरान एक बार फिर से ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान सीजफायर का क्रेडिट लेने का प्रयास किया। हालांकि भारत साफ कह चुका है कि पाकिस्तान ने खुद सीजफायर का आग्रह किया था, जिस पर भारत सहमत हुआ। भारत के बार-बार कहने के बावजूद ट्रंप ऐसा दावा करते रहते हैं।

रूस-यूक्रेन को लेकर बोले ट्रंप

ट्रंप ने कहा, “युद्ध (रूस-यूक्रेन) खत्म होने वाला है। कब खत्म होगा, मैं नहीं बता सकता, लेकिन युद्ध खत्म होने वाला है और ये इसे खत्म करना चाहते हैं और व्लादिमीर पुतिन भी इसे खत्म करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि पूरी दुनिया इससे थक चुकी है। हम इसे खत्म करवाएंगे। मैंने 6 युद्ध खत्म किए हैं और मुझे लगा था कि शायद ये सबसे आसान होगा। ये आसान नहीं है। ये एक मुश्किल युद्ध है। भारत-पाकिस्तान… हम बड़े देशों की बात कर रहे हैं। आप इनमें से कुछ युद्धों पर नजर डालिए, आप अफ़्रीका जाकर देखिए। रवांडा और कांगो, ये 31 सालों से चल रहे हैं। हमने कुल 6 युद्ध किए हैं, जिसमें ये बात शामिल नहीं है कि हमने ईरान की भविष्य की परमाणु क्षमता को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इस युद्ध को खत्म कर देंगे।”

‘साथ मिलकर काम करेंगे रूस-यूक्रेन’, ट्रंप का युद्ध रोकने को लेकर बड़ा दावा, पुतिन से बातचीत के लिए तैयार जेलेंस्की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ने कहा कि अगर आप राष्ट्रपति पुतिन से बहुत पहले पीछे मुड़कर देखें, तो हमेशा यही कहा जाता था कि वे यूक्रेन को नाटो में कभी शामिल नहीं होने देंगे, लेकिन हमने अभी तक इस बारे में कोई चर्चा नहीं की है। उन्होंने कहा कि हम आज इस पर चर्चा करेंगे। ट्रंप ने कहा कि हम उन्हें बहुत अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे और यह इसका एक हिस्सा है।

सीजफायर पर सहमति न बनने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि उन्हें युद्धविराम की ज़रूरत होगी। मैंने कोई युद्धविराम नहीं किया। लेकिन अगर आप हमारे द्वारा किए गए छह समझौतों को देखें, तो उनमें शांति और लंबे समय तक चलने वाले युद्ध शामिल हैं। मैंने कोई युद्धविराम नहीं किया। मुझे युद्धविराम की अवधारणा इसलिए पसंद है क्योंकि इससे लोगों की हत्या दो हफ्ते या एक हफ्ते या जो भी समय लगे, उसे रोकने के बजाय तुरंत रोक दी जाएगी। जब वे लड़ रहे हैं, तब हम एक शांति समझौते पर काम कर रहे हैं। काश वे रुक पाते, और मैं चाहता हूं कि वे रुकें, लेकिन रणनीतिक रूप से, यह किसी एक पक्ष के लिए नुकसानदेह हो सकता है।”