रूस की सेना ने मॉस्को और उसके आसपास के क्षेत्रों में मंडरा रहे यूक्रेन के दो ड्रोन विमानों को मार गिराया। मॉस्को के ऐन ऊपर मंडरा रहे तीसरे ड्रोन को रूसी सेना ने बेअसर कर दिया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन ड्रोन हमलों में किसी के मरने या जख्मी होने की सूचना नहीं है।

मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि जिस ड्रोन को जाम किया गया वो मॉस्को शहर में निर्माणाधीन इमारत में गिरा। उन्होंने बताया कि यह परिसर पहले भी दो बार ड्रोन की चपेट में आ चुका है। सोबयानिन के मुताबिक घटना में पास की दो इमारतों की कई खिड़कियां टूट गईं। उसके बाद आपातकालीन सेवाएं घटनास्थल पर पहुंचीं।

मॉस्को के मोजाहिद और खिमकी इलाके में गिराए गए दो ड्रोन

रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन पर हमले का आरोप लगाकर कहा कि मॉस्को के मोजाहिद और खिमकी इलाकों में वायु रक्षा प्रणालियों ने दो अन्य ड्रोनों को मार गिराया। रूस की सरकारी मीडिया के अनुसार घटना के कारण मॉस्को के हवाई अड्डे थोड़ी देर के लिए बंद कर दिए गए, लेकिन अब उन्हें फिर से खोल दिया गया है।

रूस की धरती पर हाल के दिनों में ड्रोन हमले काफी बढ़ गए हैं। लेकिन इनसे संपत्ति की बहुत कम क्षति हुई है। अभी तक इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ है। यूक्रेन ने रूस को ड्रोन से निशाना बनाने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। ध्यान रहे कि रूसी सेना यूक्रेन को काबू में करने के लिए लंबे अरसे से जद्दोजहद कर रही है। लेकिन अभी तक पुतिन के देश को निर्णायक सफलता नहीं मिल सकी है।

दूसरी तरफ रूस अपने इस हमले की वजह से दुनिया के तमाम देशों के निशाने पर आ गया है। पश्चिमी देशों ने उसके ऊपर तमाम प्रतिबंध लगा रखे हैं तो अंतरराष्ट्रीय अदालत ने व्लादिमीर पुतिन का अरेस्ट वारंट भी निकाल रखा है। इसी वजह से वो ब्रिक्स की मीटिंग में शिरकत नहीं कर रहे हैं। वो वर्चुअल तरीके से मीटिंग मेें हिस्सा ले रहे हैं।