रूस ने यूक्रेन पर आक्रामक हमला जारी रखते हुए बर्दियांस्क व खेरसॉन शहरों पर कब्जा जमा लिया है। रूस की सेनाएं अंतरराष्ट्रीय दबाव को दरकिनार कर ताबड़तोड़ हमला जारी रखे हुए हैं। इस बीच रूस ने दावा किया है कि वह यूक्रेन के नागरिक सुविधाओं को बरकरार रखने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है।
मॉस्को स्टॉक एक्सचेंज बुधवार को लगातार तीसरे दिन कारोबार के लिए नहीं खुला। रूसी सेंट्रल बैंक ने एक बयान में कहा कि इस सप्ताह पहली बार सीमित परिचालन की अनुमति दी जाएगी। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य पश्चिमी सहयोगियों द्वारा देश की अधिकतर बैंकिंग प्रणाली पर प्रतिबंध लगाने के बाद से रूस वित्तीय मंदी की घोर दिक्कतों में घिरता जा रहा है।
वह सैकड़ों अरबों डॉलर के विदेशी भंडार को जमा करने के लिए हाथ-पांव मार रहा है। रूसी मुद्रा रूबल गिर गया है, और विदेशों में सूचीबद्ध रूसी कंपनियों के शेयर भी धराशायी हो रहे हैं। यूक्रेन पर हमले के बाद से कई पश्चिमी व्यवसायों ने रूस को छोड़ दिया है, जिसमें तेल की दिग्गज कंपनी बीपी, शेल और एक्सॉन मोबिल शामिल हैं।
दक्षिण कोरिया रूस पर अपने आर्थिक प्रतिबंधों के तहत सात प्रमुख रूसी बैंकों और उनके सहयोगियों के साथ वित्तीय लेनदेन पर रोक लगाएगा। देश के वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को अमेरिकी ट्रेजरी विभाग के साथ परामर्श के बाद प्रतिबंधों पर एक विस्तृत योजना जारी की। ये सात रूसी बैंक Sberbank, VEB, PSB, VTB, Otkritie, Sovcom और Novikom हैं। प्रतिबंध अमेरिका की छूट अवधि का पालन करेगा, और कृषि, कोविड -19 दवा और ऊर्जा सहायता जैसे असाधारण लेनदेन की अनुमति होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने पहले ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन में रूस की आक्रामकता का सामना करने और अमेरिकी मुद्रास्फीति को काबू करने का संकल्प किया। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने के बीच बाइडन के इस भाषण के मायने और बढ़ गए हैं। राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत भी यूक्रेन संकट के मुद्दे से ही की। उन्होंने सदन के कक्ष में उपस्थित सांसदों से कहा कि वे खड़े होकर यूक्रेन के लोगों के जज्बे को सलाम करें। इसके बाद सभी सांसद खड़े हो गए।
बाइडन ने कहा, “अपने पूरे इतिहास में हमने यह सबक सीखा है कि जब तानाशाह को अपनी आक्रामकता की कीमत नहीं चुकानी पड़ती, तो वे और अधिक अराजकता फैलाने लगते हैं।” राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘पुतिन का युद्ध पूर्व नियोजित और अकारण है। उन्होंने कूटनीति के प्रयासों को खारिज कर दिया। उन्होंने सोचा था कि पश्चिमी देश और नाटो इसका जवाब नहीं देंगे। उन्हें लगा था कि वह हमारे घर में ही हमें बांट सकते हैं। पुतिन गलत थे। हम तैयार हैं।’’
रूसी सेना ने भीड़भाड़ वाले शहरी इलाकों में अपने तेज किए हमले, यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर के केंद्रीय चौक और कीव के मुख्य टीवी टॉवर पर बमबारी की, जिसे देश के राष्ट्रपति ने आतंकवाद का एक ज़बरदस्त अभियान कहा। इस बीच पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों, पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डूडा और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल समेत कई यूरोपीय नेताओं से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन में जारी युद्ध व इससे बिगड़ती मानवीय स्थिति पर चिंता प्रकट की।
यूक्रेन की सेना ने लोगों से कहा है कि वे किसी बाहरी लोगों से न घुलें-मिलें। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के सैनिक यूक्रेनी वेशभूषा में स्थानीय लोगों से घुलने-मिलने और यहां के बारे में पता करने की कोशिश कर रहे हैं। यूक्रेनी सेना ने इनसे सावधान रहने को कहा है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो-बाइडेन ने यूक्रेन में आक्रमण के लिए पुतिन के पश्चिमी रवैए को गलत बताया है।
Russia Ukraine Crisis Live Updates: ब्रिटिश पेट्रोलियम ने रूस की ऊर्जा कंपनी से निवेश वापस लेने का ऐलान कर दिया है। अब Shell कंपनी ने भी अब निवेश वापस लेने की बात कही है।
एएफपी ने क्रेमलिन के हवाले से बताया कि रूस ने सभी निवासियों को विदेश में पैसा ट्रांसफर करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा यूक्रेन औऱ रूस के बीच बेलारूस में जारी बातचीत भी अब खत्म हो गई है।
यूएनजीए की आपात बैठक में यूक्रेन प्रतिनिधि ने कहा, अभी तक यूक्रेन की ओर से 16 बच्चों सहित 352 लोग मारे गए। ये संख्या लगातार बढ़ रही है, गोलाबारी जारी है।
यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का 11वां आपातकालीन विशेष सत्र शुरू हुआ। संयुक्त राष्ट्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है, यह कोई समाधान नहीं है, एकमात्र समाधान शांति के माध्यम से है… मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति को आश्वासन दिया है कि संयुक्त राष्ट्र सहायता करना जारी रखेगा, उन्हें नहीं छोड़ेगा।
यूक्रेन के हालात पर पीएम मोदी कर रहे हैं हाई लेवल मीटिंग, विदेश मंत्री एस जयशंकर , केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी बैठक में मौजूद
अमेरिका ने रूस में रह रहे अपने नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने को कहा है।
यूक्रेन संकट के बीच दिल्ली में यूक्रेन दूतावास के बाहर दीप जलाकर शांति की कामना की गई।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया, यूक्रेन के हालात पर पीएम मोदी कुछ देर में एक और हाई लेवल मीटिंग करेंगे।
हवाई यात्रा पर प्रतिबंध के जवाब में रूस ने 36 देशों की एयरलाइनों की उड़ानों को प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
यूरोपीय संघ के हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध के कारण रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की यात्रा रद्द की।
अमेरिका ने बेलारूस स्थित अपना दूतावास बंद किया। इसके अलावा अपने राजनयिकों और अन्य गैर-आपातकालीन कर्मचारियों को रूस छोड़ने का निर्देश जारी किया।
यूक्रेन के झंडे हाथ में लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ नारे लगाने के साथ, प्रदर्शनकारी वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के सामने जमा हुए।
वहीं, यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों ने बताया, “इतंजाम एकदम सही थे। हमारे परिवार चिंतित थे, हमें सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद। स्थिति बहुत गंभीर है। कई छात्र अभी भी युद्ध क्षेत्र में फंसे हुए हैं।”
यूक्रेन में फंसे 240 भारतीय नागरिकों को लेकर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से छठी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हवाई अड्डे पर भारतीय नागरिकों का स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अगर ज़रुरत पड़ेगी तो हम भारतीय वायुसेना की भी मदद लेंगे।
यूक्रेन में में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र ऋषभ कौशिक ने अपने पालतू कुत्ते मालिबू के बिना युद्धग्रस्त देश छोड़ने से इनकार कर दिया है।
विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है, “भारतीय सीधे बॉर्डर पर न पहुंचें क्योंकि वहां भीड़ है, इसमें समय लगेगा। पास के शहरों में जाएं, वहां ठहरें। हम वहां व्यवस्था कर रहे हैं, हमारी टीम आपकी मदद करेगी।” विदेश मंत्रालय ने साथ ही कहा है कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। मंत्रालय द्वारा बताया गया कि एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद से लगभग 8000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं।
नाटो के प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने एक ट्वीट में कहा, “नाटो के साझेदार यूक्रेन को एयर डिफेंस मिसाइलें और टैंक रोधी हथियार मुहैया करा रहे हैं।”
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस भारत लाने और पोलैंड जाने से पहले केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा, “मैं पोलैंड जा रहा हूं। हम समन्वय के साथ लोगों को निकालने की चेष्टा करेंगे। प्रधानमंत्री ने संदेश दिया हैं कि लोगों को सुरक्षित निकालकर उन्हें उनके घर तक पहुंचाना है।”
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने पोलैंड के विदेश मामलों के मंत्री के साथ यूक्रेन के घटनाक्रम पर चर्चा की। उन्होंने आगे कहा कि हम यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए पोलैंड की मदद की सराहना करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार रूस द्वारा पांच दिन पहले आक्रमण शुरू करने के बाद से अब तक पांच लाख से अधिक लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र ने यह भी कहा कि आधे से अधिक नागरिक युद्ध से बचने के लिए पोलैंड भाग रहे हैं।
कीव इंडिपेंडेंट के अनुसार राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में सहायता के लिए युद्ध के अनुभव वाले कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया है। ज़ेलेंस्की ने कहा- “यह एक कठिन नैतिक विकल्प था लेकिन यह देश की रक्षा के लिए आवश्यक था”।
बेलारूस सीमा पर रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता शुरू हो गई है। प्रतिनिधियों में यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव भी शामिल हैं। यूक्रेन ने पहले बेलारूस के पास बातचीत करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि रूसी सैनिक उसकी सीमा के पास तैनात हैं।
रूसी सेना ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी के निवासी चाहें तो शहर छोड़ने के लिए एक सुरक्षित गलियारे का उपयोग कर सकते हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि कीव निवासी सुरक्षित रूप से यूक्रेन की राजधानी के दक्षिण-पश्चिम में वासिलकिव की ओर जाने वाले राजमार्ग का उपयोग कर सकते हैं।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने पुष्टि की कि यूरोपीय संघ कीव में रूसी सैनिकों के खिलाफ लड़ाई में सहायता के लिए यूक्रेन को लड़ाकू जेट देगा। बोरेल ने कहा- “हम लड़ाकू जेट प्रदान करने जा रहे हैं। हम केवल गोला-बारूद के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। हम युद्ध में जाने के लिए और अधिक महत्वपूर्ण हथियार प्रदान कर रहे हैं।”
यूक्रेन की राजधानी कीव में हवाई हमले का अलर्ट जारी कर दिया गया है। यूक्रेन की सरकार ने भी सभी नागरिकों को निकटतम सेल्टर में जाने के लिए कहा है।
भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोव्स्की ने कहा है कि भारतीय छात्रों सहित 2 लाख से अधिक लोग पहले ही पोलैंड में सीमा पार कर चुके हैं। सीमा के एंट्री प्वाइंट पर काफी भीड़ है लेकिन हम सभी का गर्मजोशी से स्वागत कर रहे हैं।
रॉयटर्स के अनुसार नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि सहयोगी देश, यूक्रेन को एयर डिफेंस मिसाइल, एंटी-टैंक हथियारों के मदद कर रहे हैं। साथ ही साथ मानवीय और वित्तीय सहायता भी की जा रही है।
भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ इगोर पोलिखा ने कहा है कि रविवार से रूस के हवाई जहाजों के लिए यूरोप के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है। रूस की अर्थव्यवस्था हर दिन चरमरा रही है और इसके साथ ही रूस के लगभग 5,300 सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अपने देश के लिए 'तत्काल' यूरोपीय संघ की सदस्यता की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने रूसी सैनिकों से भी यूक्रेन छोड़कर जाने को कहा है।
रॉयटर्स के अनुसार यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि रूस के साथ बातचीत का उसका मुख्य लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और रूसी सैनिकों की वापसी है। अब से कुछ ही देर में दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू होगी।
इससे पहले रूस और यूक्रेन के बीच बेलारूस में सोमवार (28 फरवरी 2022) को बातचीत हुई। वार्ता के दूसरे दौर से पहले दोनों पक्षों के वार्ताकार परामर्श के लिए मास्को और कीव लौट गए। वहीं, यूक्रेन पर हमले के बाद रूस को कई तरह के प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन संकट पर UNGA का 11वां आपातकालीन विशेष सत्र हो चुका है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, “मानवीय सहायता महत्वपूर्ण है, यह कोई समाधान नहीं है, एकमात्र समाधान शांति के माध्यम से है। संयुक्त राष्ट्र यूक्रेन की मदद करना जारी रखेगा।”
इधर, हवाई यात्रा पर प्रतिबंध के जवाब में रूस ने 36 देशों की एयरलाइनों की उड़ानों को प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इस बीच, यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी एक उच्च स्तरीय बैठक कर कर रहे हैं। एयर इंडिया का एक विशेष विमान सोमवार को 240 भारतीय छात्रों को लेकर दिल्ली पहुंचा। भारत पहुंचकर इन लोगों ने सरकार के इंतजामों को संतोजनक बताया। एयर इंडिया का विमान आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा तो केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी वहां मौजूद थे। इन लोगों को हंगरी के रास्ते भारत लाया गया।
अब तक दोनों ओर से सैकड़ों सैनिकों की मौत हो चुकी है। साथ-साथ दर्जनों लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और टैक नष्ट हो चुके हैं। इसके अलावा रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन अपने उन कैदियों को रिहा करने की तैयारी कर रहा है, जिसके पास युद्ध का अनुभव रहा हो। वहीं केंद्र सरकार भारतीय छात्रों को यूक्रेन से वापस स्वदेश लाने की पूरी ताकत झोंक रही है। ऐसे में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह भारत के विशेष दूत के रूप में यूक्रेन के पड़ोसी देशों का दौरा करेंगे। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और मोल्दोवा, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह पोलैंड जाएंगे। ये सभी यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वापसी का प्रबंधन करेंगे।
