रूस और यूक्रेन के बीच में एक साल बाद भी भीषण युद्ध जारी है। हाल के दिनों में तो रूस की तरफ से हमले फिर तेज कर दिए गए हैं, कीव तक में मिसाइलें दागी गई हैं। इस बीच कुछ जगह ऐसी खबरें भी चली हैं कि इस युद्ध में भारत की तरफ से यूक्रेन की मदद की जा रही है। यहां तक कहा गया है कि भारत ने यूक्रेन को तोप के गोले भेजे हैं। अब विदेश मंत्रालय ने इन दावों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने कभी भी यूक्रेन को कोई तोप के गोले नहीं भेजे है, उसकी तरफ से इनका निर्यात भी नहीं किया गया है। हम जानते हैं कि ऐसी खबरें चल रही हैं, लेकिन हम यहां स्पष्ट करना चाहते हैं कि यूक्रेन को भारत की तरफ से कोई तोप के गोले नहीं भेजे गए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत आज भी अपने पुराने स्टैंड पर कायम है।

असल में भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान न्यूट्रल अप्रोच दिखाई है, इसी वजह से जब पश्चिमी देश सीधे-सीधे यूक्रेन के साथ जा खड़े हुए थे, तब भारत ने रूस के साथ अपनी दोस्ती को भी तवज्जो दी थी। इसी वजह से किसी को भी नाराज किए बना स्टैंड लिया गया था कि बातचीत के जरिए ही मसला हल किया जाए। खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी समय-समय पर दोनों ही देशों के राष्ट्रपति से बात भी की है और कूटनीति के सहारे युद्ध खत्म करने पर जोर दिया है।

वैसे इस युद्ध अभी तक कोई भी विजेता नहीं बन पाया है। राष्ट्रपति पुतिन ने इस युद्ध की शुरुआत में जरूर कहा था कि 72 घंटों के अंदर में यूक्रेन को घुटनों पर ला देंगे,लेकिन उनके सारे अनुमान गलत साबित हुए और यूक्रेन की तरफ से भी मुंहतोड़ जवाब दिया गया। इसके ऊपर जिस तरह से शुरुआती दिनों में यूक्रेन को दूसरे देशों से मदद मिली, फंड्स मिले, उसने भी युद्ध को एकतरफा नहीं होने दिया। अभी के लिए जरूर इस युद्ध में यूक्रेन को और ज्यादा हथियारों का इंतजार है और वो कुछ हद तक बैकफुट पर भी जा चुका है।