रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध अभी भी जारी है और पिछले कुछ दिनों में रूसी हमले यूक्रेन में बढ़े हैं। वहीं भारत ने मंगलवार को यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों के लिए दूसरी एडवाइजरी जारी करते हुए यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। इसके पहले 19 अक्टूबर को भारत ने एडवाइजरी जारी की थी और अपने नागरिकों को यूक्रेन की यात्रा करने के खिलाफ चेतावनी दी थी।
वहीं इस वर्ष फरवरी और मार्च में जो छात्र यूक्रेन से भारत लौटे थे, उनमें से कई छात्र फिर से यूक्रेन चले गए थे। उनके लिए भी सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि सभी छात्र अपनी सुरक्षा को देखते हुए तत्काल यूक्रेन छोड़ दें।
भारतीय दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया, “19 अक्टूबर 2022 को दूतावास द्वारा जारी एडवाइजरी के क्रम में यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जाती है। कुछ भारतीय नागरिक पहले की सलाह के अनुसार यूक्रेन छोड़ चुके हैं। सीमा पर यात्रा करने के लिए आवश्यक होने पर वे किसी भी सहायता के लिए निम्नलिखित नंबरों पर दूतावास से संपर्क कर सकते हैं- +380933559958, +380635917881, +380678745945। वे सीमा पार करने के लिए दूतावास की वेबसाइट की भी सहायता ले सकते हैं।”
एडवाइजरी के अनुसार, भारतीय नागरिक हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्दोवा, पोलैंड और रोमानिया के साथ यूक्रेन की लगती सीमाओं से वहां से बाहर निकल सकते हैं। सितंबर के बाद से कई भारतीय छात्र अपनी शिक्षा फिर से शुरू करने के लिए यूक्रेन लौट गए हैं। 8 अक्टूबर को कर्च ब्रिज हमले के बाद रूस और यूक्रेन के बीच नए सिरे से हमले शुरू हुए हैं।
कर्च ब्रिज पर धमाके के लिए रूस ने कीव को जिम्मेदार ठहराया गया था। दरअसल इससे रूस को एक बड़ा झटका लगा था क्योंकि यह क्रीमिया से विभिन्न यूक्रेनी शहरों में तैनात रूसी बलों को नियमित आपूर्ति प्रदान करने के लिए एक मार्ग के रूप में इसका इस्तेमाल हो रहा था। इस घटना के बाद से रूस ने यूक्रेन पर हमले बढ़ा दिए थे।
बता दें कि कुछ दिन पहले यूक्रेन के चार शहरों में व्लादिमीर पुतिन ने मार्शल लॉ लगा दिया था। ये चार क्षेत्र खेरसॉन, ज़ापोरिज़्ज़िया, डोनेट्स्क और लुहान्स्क हैं। पुतिन ने सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान यह बात कही थी। राष्ट्रपति ने कहा था कि रूस में शामिल होने से पहले इन चार क्षेत्रों में मार्शल लॉ लागू था।